Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Feb, 2025 11:00 AM
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तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां स्कूल जा रही 16 वर्षीय छात्रा को अचानक दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक छात्रा की पहचान श्री निधि रामारेड्डी के रूप में हुई है, जो सिंगरायपल्ली गांव की रहने वाली थी...
नेशनल डेस्क: तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां स्कूल जा रही 16 वर्षीय छात्रा को अचानक दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक छात्रा की पहचान श्री निधि रामारेड्डी के रूप में हुई है, जो सिंगरायपल्ली गांव की रहने वाली थी और कामारेड्डी में रहकर एक निजी स्कूल में कक्षा 10 में पढ़ रही थी।
अचानक सीने में दर्द और बेहोशी
गुरुवार सुबह श्री निधि रोज की तरह स्कूल जा रही थी, तभी स्कूल के पास उसे अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। वहां मौजूद एक टीचर ने तुरंत उसे पास के अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उसे एक बड़े अस्पताल में रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
स्कूल में शोक की लहर
इस घटना से स्कूल में शोक की लहर दौड़ गई। शिक्षकों और सहपाठियों ने श्री निधि के असमय निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। छात्रा के परिवार को शव सौंप दिया गया, और अंतिम संस्कार के लिए उसे पैतृक गांव ले जाया गया।
बच्चों में बढ़ रहे हृदयाघात के मामले
हाल के महीनों में बच्चों में दिल के दौरे की घटनाएं बढ़ रही हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में भी इसी तरह की घटनाएं देखी गई थीं, जहां 14 वर्षीय छात्र मोहित चौधरी की खेल दिवस की तैयारी के दौरान और 8 वर्षीय बच्ची दीक्षा की दोस्तों के साथ खेलते समय हृदयाघात से मृत्यु हो गई थी।
क्या हैं अचानक हृदयाघात के कारण?
विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों में अचानक हृदयाघात के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें अनुवांशिक समस्याएं, मानसिक तनाव, अनुचित खानपान और अस्वस्थ जीवनशैली शामिल हैं।
पिछले दो वर्षों में 22% बढ़ी हृदयाघात से मौतें
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एम. रब्बानी के अनुसार, पिछले दो वर्षों में हृदयाघात से होने वाली मौतों में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि बच्चों में सीने में दर्द या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तत्काल चिकित्सकीय जांच करानी चाहिए।