Edited By Radhika,Updated: 03 Jan, 2025 06:28 PM
लगातार बढ़ रहे ऑनलाइन स्कैमिंग के मामलों के बीच टेलीग्राम ने एक नया सिस्टम लागू कर दिया है। इसका मकसद ऑनलाइन फ्रॉड को रोकना है। पिछले काफी समय से यह देखने में आया है कि स्कैमर्स टेलीग्राम जैसे प्लैटफॉर्म का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं।
नेशनल डेस्क: लगातार बढ़ रहे ऑनलाइन स्कैमिंग के मामलों के बीच टेलीग्राम ने एक नया सिस्टम लागू कर दिया है। इसका मकसद ऑनलाइन फ्रॉड को रोकना है। पिछले काफी समय से यह देखने में आया है कि स्कैमर्स टेलीग्राम जैसे प्लैटफॉर्म का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको बता दें कि मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम ने सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन सिस्टम लागू किया है। इस सिस्टम में public figures और organizations को वेरिफाइड बैज दिया जाएगा।
टेलीग्राम में थर्ड पार्टी सर्विसेस को सपोर्ट में यूजर के अकाउंट और चैट्स को वेरिफिकेशन आइकन दिया जा सकता है। यह सिस्टम टेलीग्राम की मौजूदा वेरिफिकेशन प्रोसेस से अलग तरीके से काम करता है। इसका मतलब है कि अब यूजर अपने अकाउंट और चैट्स को अलग से वेरिफाई करवा सकते हैं, जो ज्यादा भरोसेमंद और सुरक्षित होगा।
नहीं मिलेगा पारंपरिक ब्लू चेकमार्क-
टेलीग्राम अन्य ऐप्स की तरह किसी पारंपरिक ब्लू चेकमार्क का इस्तेमाल नहीं करेंगी। इसके बजाय, यूजर के नाम के बाईं ओर एक अलग प्रकार का आइकन दिखाई देगा। ये उन्हीं अकाउंट्स को दिया जाएगा, जो वेरिफाइड होंगे। उनके प्रोफाइल पर क्लिक करके आप उस वेरिफिकेशन सर्विस के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह तरीका ज्यादा खास और पारदर्शी होगा।
इनके लिए होगा फायदेमंद-
वेरिफाइड अकाउंट को अब साफ-साफ पहचाना जाएगा, जिससे यूजर्स को उनकी प्रामाणिकता पर भरोसा रहेगा। इस नई सुविधा का सबसे ज्यादा फायदा व्यवसायों, प्रभावशाली लोगों और सार्वजनिक संस्थाओं को होगा, क्योंकि इससे वे सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से बातचीत कर सकेंगे। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म में संदिग्ध खातों की रिपोर्टिंग के लिए टूल्स भी दिए जाएंगे, ताकि फ्रॉड गतिविधियों को कम किया जा सके और यूजर्स को सुरक्षित रखा जा सके।