Edited By Pardeep,Updated: 13 Oct, 2024 05:58 AM
राष्ट्रीय राजधानी के चिराग दिल्ली इलाके में रामलीला मंचन के दौरान रावण के भाई कुंभकर्ण का किरदार निभाते समय सीने में दर्द की शिकायत के बाद 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह घटना शुक्रवार रात करीब 11 बजे हुई।
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के चिराग दिल्ली इलाके में रामलीला मंचन के दौरान रावण के भाई कुंभकर्ण का किरदार निभाते समय सीने में दर्द की शिकायत के बाद 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह घटना शुक्रवार रात करीब 11 बजे हुई।
पश्चिम विहार के निवासी विक्रम तनेजा मालवीय नगर में सावित्री नगर रामलीला में कुंभकर्ण की भूमिका निभा रहे थे, तभी उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की। उन्हें आकाश अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें पीएसआरआई अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अंदेशा है कि तनेजा की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। अधिकारी ने बताया कि उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं।
इससे पहले दिल्ली के ही शाहदरा के विश्वकर्मा नगर में रामलीला में भगवान राम की भूमिका निभाते समय मंच पर दिल का दौरा पड़ने से 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक की पहचान सुनील कौशिक के रूप में हुई थी। सुनील एक प्रॉपर्टी डीलर था। परिवार के सदस्य राहुल कौशिक ने बताया कि सुनील "जय श्री रामलीला" समिति के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। राहुल कोशिक, "चाचा 1987 से राजा राम की भूमिका निभा रहे थे। वह गाना भी गाते थे।"
राहुल ने बताया कि सुनील सीता के स्वयंवर का दृश्य कर रहे थे, जिसमें उन्हें धनुष तोड़ना था, हालांकि, गाना गाते समय उन्हें अचानक सीने में दर्द महसूस हुआ और वह मंच के पीछे चले गए, जहां वह गिर पड़े। वहां मौजूद उनकी पत्नी और बेटे ने उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। राहुल ने बताया कि एक घंटे बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।