Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Feb, 2025 08:46 PM
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हाल ही में दुबई स्थित क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है, जिसमें हैकर्स ने लगभग 1.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 124500 करोड़ रुपये की डिजिटल संपत्ति चुराई। यह अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी मानी जा रही है।
नेशनल डेस्क : हाल ही में दुबई स्थित क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है, जिसमें हैकर्स ने लगभग 1.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 124500 करोड़ रुपये की डिजिटल संपत्ति चुराई। यह अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी मानी जा रही है। आइए जानते हैं इस घटना के बारे में विस्तार से।
कैसे हुआ Bybit पर हमला?
Bybit ने बताया कि हैकर्स ने Ethereum (ETH) के कोल्ड वॉलेट को निशाना बनाया। कोल्ड वॉलेट एक ऐसा ऑफलाइन स्टोरेज सिस्टम होता है, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी और एन्क्रिप्शन कुंजियां सुरक्षित रखी जाती हैं। हैकर्स ने ETH टोकन को कई वॉलेट्स में ट्रांसफर किया और फिर कई प्लेटफॉर्म्स के जरिए उसे लिक्विडेट (बेच) कर दिया।
इस हमले के बाद Ethereum की कीमत में 4% की गिरावट आई, और यह 2,641.41 डॉलर प्रति कॉइन तक पहुंच गई। जैसे ही यह खबर फैली, इन्वेस्टर्स में घबराहट फैल गई और उन्होंने अपने निवेश को जल्दी से बाहर निकालना शुरू कर दिया।
कंपनी ने मुआवजा देने का वादा किया
Bybit के सीईओ बेन झोउ ने कहा है कि प्रभावित यूजर्स को पूरी तरह से मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बाकी सभी कोल्ड वॉलेट सुरक्षित हैं और विड्रॉल (निकासी) जारी है। कंपनी के पास पर्याप्त संपत्ति है, और यदि यह नुकसान नहीं भी पूरा होता है, तो भी Bybit पूरी तरह से सॉल्वेंट (सक्षम) रहेगा।
कौन हैक कर रहा है?
Bybit ने इस मामले की रिपोर्ट अधिकारियों को दी है और अब वह ब्लॉकचेन एनालिटिक्स कंपनियों के साथ मिलकर हैकर्स के वॉलेट की जांच कर रही है। ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म Elliptic के मुताबिक, इस हमले के पीछे उत्तर कोरिया का हैकिंग ग्रुप ‘Lazarus Group’ हो सकता है। यह ग्रुप पहले भी साइबर अपराधों के जरिए करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चुरा चुका है।