Edited By Parveen Kumar,Updated: 22 Feb, 2025 10:03 PM

वाराणसी में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों ने एक शव से असली जेवर चुराए और उसकी जगह नकली जेवर पहनाकर शव को परिजनों को सौंप दिया। इस घटना के बाद तीन कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
नेशनल डेस्क : वाराणसी में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों ने एक शव से असली जेवर चुराए और उसकी जगह नकली जेवर पहनाकर शव को परिजनों को सौंप दिया। इस घटना के बाद तीन कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। यह घटना बिहार के सासाराम निवासी सुनील कुमार की बेटी, 17 वर्षीय स्नेहा सिंह से जुड़ी है, जो वाराणसी में नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
असली गहने गायब और उनकी जगह नकली
पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को देखते हुए पुलिस ने हॉस्टल के संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद कर्मचारियों ने शव वापस किया तो छात्रा के पिता ने उसके जेवर मांगे। उस समय कर्मचारियों ने उन्हें नकली जेवर थमा दिए। इसके बाद छात्रा के पिता ने हंगामा किया तो पुलिस ने वहां तैनात तीन कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि इन कर्मचारियों ने छात्रा की चेन और टॉप्स चुराए और उनकी जगह नकली गहने रख दिए।
कमरे में मृत पाई गई थी छात्रा
हॉस्टल संचालक का कहना है कि 21 फरवरी को सुबह 6:30 बजे उसने छात्रा के कमरे का दरवाजा पीटा था और अंदर जाकर देखा तो वह मृत पाई गई थी। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी और छात्रा की मौत की जानकारी उसके माता-पिता को दी। पोस्टमार्टम के बाद छात्रा का अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर किया गया था।
इस मामले में पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और पूरे मामले की जांच कर रही है। अब यह देखना है कि इस मामले में किसे दोषी ठहराया जाएगा और इस शर्मनाक कांड के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी या नहीं।