Edited By Pardeep,Updated: 20 Feb, 2025 06:25 AM
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कोलकाता में बुधवार को एक ही परिवार की दो महिलाएं और एक किशोरी अपने घर में मृत मिलीं, जबकि तीन अन्य सदस्य उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए, जब उनकी कार मेट्रो रेल के एक खंभे से टकरा गई। पुलिस ने बताया कि उसे घर में हुई मौतों के बारे में कार हादसे में...
नेशनल डेस्कः कोलकाता में बुधवार को एक ही परिवार की दो महिलाएं और एक किशोरी अपने घर में मृत मिलीं, जबकि तीन अन्य सदस्य उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए, जब उनकी कार मेट्रो रेल के एक खंभे से टकरा गई। पुलिस ने बताया कि उसे घर में हुई मौतों के बारे में कार हादसे में घायल परिवार के एक सदस्य से पता चला। हादसे में घायल तीनों व्यक्ति पुरुष थे। पुलिस के मुताबिक, अभी यह पता नहीं लगाया जा सका है कि मामला सामूहिक आत्महत्या का है या हत्या का। दरअसल, घर में मौतों की सूचना देने वाले परिवार के सदस्य ने दावा किया था कि पूरे परिवार ने सामूहिक रूप से आत्महत्या करने की योजना बनाई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार चमड़ा व्यवसाय से जुड़ा हुआ था और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। अधिकारी के अनुसार, तीनों शव तंगरा इलाके में स्थित चार मंजिला घर की तीसरी मंजिल पर अलग-अलग कमरों में पाए गए और दोनों मृत महिलाओं की कलाई पर चोट के निशान थे। कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त रूपेश कुमार ने कहा, “एक मृतका के पति ने पुलिस को घटना के बारे में सूचना दी। वह कार हादसे में घायल हुए तीन लोगों में एक है। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब कार ईएम बाईपास पर अभिषेक क्रॉसिंग के पास मेट्रो के खंभे से टकरा गई।” कुमार के अनुसार यह दुर्घटना कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए पुलिस चश्मदीदों से पूछताछ कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। उन्होंने चश्मदीदों के हवाले से कहा कि कार किसी अन्य वाहन से नहीं टकराई और सीधे खंभे से जा भिड़ी।
कोलकाता के पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने बताया कि मृतक किशोरी की उम्र 14-15 साल, जबकि महिलाओं की आयु 39-40 साल के आसपास थी। वर्मा ने कहा, “हमें कुछ सुराग मिले हैं। अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह हत्या का मामला है या आत्महत्या का। किशोरी के शव पर गंभीर चोट के कोई निशान नहीं थे। उसकी और अन्य दो महिलाओं की मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल सकेगा।” वर्मा के अनुसार, शवों के आसपास या घर के भीतर कहीं भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। कार हादसे में घायल लोगों की हालत के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा, “उनमें से एक किशोर है, जिसकी कलाई में चोट लगी है। दूसरा एक वयस्क है, जिसका इलाज किया रहा है। तीसरे व्यक्ति को कोई चोट नहीं लगी है।”
उन्होंने कहा, “घटना के क्रम की जांच की जा रही है। कार दुर्घटना में घायल हुए लोगों ने कुछ जानकारी साझा की है, लेकिन उनके बयान के आधार पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना हमारे लिए मुश्किल है। पुलिस उनके बयान की पुष्टि कुछ अन्य तथ्यों से करेगी।” एक जांच अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि परिवार ने पहले भी इसी तरह की कोशिश की थी। अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस कार हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन लोगों में से एक के इस दावे की भी जांच कर रही है कि पूरे परिवार ने सामूहिक रूप से आत्महत्या करने की योजना बनाई थी।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि दोनों महिलाओं ने सोमवार रात भोजन में कुछ गोलियां मिलाईं और फिर उसे खाने के बाद अपनी कलाई काट ली। उन्होंने बताया कि इसके बाद परिवार के तीन अन्य सदस्य अपनी कार में बैठकर बाहर चले गए और तड़के करीब चार बजे उनका वाहन कवि सुकांत मेट्रो स्टेशन के पास एक खंभे से टकरा गया। उन्होंने बताया कि पड़ोसियों के इस दावे की भी जांच की जा रही है कि मंगलवार को लगभग 10 लोग परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए दो बार उनके घर पहुंचे थे और क्या इन मुलाकातों का उक्त मौतों से कोई संबंध है।
वर्मा ने कहा, “शुरुआती जांच में सामने आया है कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या आज के घटनाक्रम का इस बात से कोई लेना-देना है।” एक अधिकारी के मुताबिक, दुर्घटनास्थल डे परिवार के घर से लगभग छह किलोमीटर दूर है। उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त कार में सवार लोगों में प्रसून डे और प्रलय डे के अलावा एक किशोर शामिल है। अधिकारी के अनुसार, डे परिवार दशकों से इस इलाके में रह रहा था।