Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 15 Apr, 2025 02:10 PM
प्रेमानंद जी महाराज अक्सर अपने प्रवचनों में जीवन और मृत्यु पर गहन बातें करते हैं। उनका कहना है कि: "मृत्यु जीवन का अंतिम सत्य है और यह पूरी तरह से कर्मों पर आधारित है।" महाराज के अनुसार, अच्छे कर्मों से मृत्यु भी शांत और सुखद होती है जबकि बुरे...
नेशनल डेस्क: प्रेमानंद जी महाराज अक्सर अपने प्रवचनों में जीवन और मृत्यु पर गहन बातें करते हैं। उनका कहना है कि: "मृत्यु जीवन का अंतिम सत्य है और यह पूरी तरह से कर्मों पर आधारित है।"
महाराज के अनुसार, अच्छे कर्मों से मृत्यु भी शांत और सुखद होती है जबकि बुरे कर्मों का अंत भयावह हो सकता है।
डॉक्टर ने कर दी थी मृत्यु की भविष्यवाणी
महाराज के जीवन से जुड़ी एक बेहद दिलचस्प कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें महाराज खुद बताते हैं कि: "एक समय मेरी तबीयत खराब थी। डॉक्टर ने कहा था कि आपकी किडनी धीरे-धीरे खराब हो रही है और आप ज़्यादा से ज़्यादा ढाई से पांच साल तक ही जीवित रह सकते हैं।" ये सुनकर लोग हैरान थे, लेकिन महाराज मुस्कुराते हुए कहते हैं: "उस बात को अब 18 साल हो चुके हैं। मैं तो जिंदा हूं, लेकिन डॉक्टर का कुछ पता नहीं।"
भक्तों ने कहा- आस्था और सेवा से होता है चमत्कार
इस किस्से पर सोशल मीडिया पर भक्तों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। कोई कहता है कि यह ईश्वर की कृपा है, तो कोई इसे सकारात्मक सोच और सत्संग की ताकत बता रहा है। कई लोगों ने लिखा कि जब मन शांत हो और जीवन सेवा में लगा हो तो शरीर भी लंबे समय तक साथ देता है।
वृंदावन में प्रेमानंद जी की लोकप्रियता
प्रेमानंद जी महाराज उत्तर भारत, खासकर वृंदावन, मथुरा और दिल्ली NCR में बेहद लोकप्रिय संत हैं। उनके प्रवचनों में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं, जिनमें आम लोग से लेकर फिल्मी सितारे और खिलाड़ी तक शामिल रहते हैं। वे सरल भाषा में गीता, रामायण और श्रीमद्भागवत जैसे ग्रंथों की व्याख्या करते हैं।