अद्भुत! रोहिणी के अस्पताल में था मरीज, डॉक्टर ने 40 किमी की दूर से की कैंसर की रोबोटिक सर्जरी

Edited By Radhika,Updated: 18 Jun, 2024 04:54 PM

the doctor performed robotic cancer surgery from a distance of 40 km

40 किलीमीटर दूर गुरुग्राम में बैठे डाक्टर ने दिल्ली के रोहिणी स्थित राजीव गांधी कैंसर संस्थान में भर्ती कैंसर के एक मरीज की रोबोटिक सर्जरी करने में सफलता पाई है। देश में पहली बार रोबोटिक मशीन से इस तरह की टेली सर्जरी की गई है।

नेशनल डेस्क: 40 किलीमीटर दूर गुरुग्राम में बैठे डाक्टर ने दिल्ली के रोहिणी स्थित राजीव गांधी कैंसर संस्थान में भर्ती कैंसर के एक मरीज की रोबोटिक सर्जरी करने में सफलता पाई है। देश में पहली बार रोबोटिक मशीन से इस तरह की टेली सर्जरी की गई है। डाक्टर ने वर्चुअल तरीके से रोबोटिक मशीन से एक घंटे 45 मिनट में 52 वर्षीय मरीज की सर्जरी कर यूरिनरी ब्लैडर से कैंसर का ट्यूमर निकाला और यूरिन का नया रास्ता बनाया। मरीज के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

राजीव गांधी कैंसर संस्थान के चिकित्सा निदेशक डा. सुधीर रावल ने स्वयं इस सर्जरी को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि इस सफल परीक्षण के बाद अब दिल्ली या किसी भी शशहर में बैठकर देश के किसी भी हिस्से में रोबोटिक टेली सर्जरी हो सकती है। इससे दूर दराज के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना संभव होगा। बहरहाल, इस सर्जरी के लिए लंबे समय से तैयारी चल रही थी। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के राष्ट्रीय चिकित्सा सांख्यिकी संस्थान द्वारा स्थापित क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री-इंडिया (सीटीआरआइ) से बाकायदा स्वीकृति लेकर सर्जरी की गई। इस दौरान सर्जन डा. सुधीर रावल गुरुग्राम स्थित एसएस इनोवेशन के मुख्यालय में थे, जबकि मरीज राजीव गांधी कैंसर संस्थान में भर्ती था। इस अस्पताल का आपरेशन थियेटर व चीन में पहले हो चुकी ऐसी सर्जरी बक्टर बताते हैं कि चीन में पहले ऐसी सर्जरी हो चुकी है। रोम में बैठकर चीन के बक्टरों ने 13 हजार किलोमीटर दूर बीजिंग के अस्पताल में भर्ती प्रोस्टेट कैंसर के मरीज की सर्जरी की थी।

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इस अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर व एसएस इनोवेशन का मुख्यालय आप्टिकल फाइबर केबल नेटवर्क से जुड़े हैं। रोबोटिक मशीन आपरेशन थियेटर में थी। गुरुग्राम में बैठे डाक्टर ने उडी एचडी हैंडसेट व कंप्यूटर मानीटर का इस्तेमाल कर वर्चुअल सर्जरी की। डा. रावल ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी में उडी चश्मे का इस्तेमाल किया जाता है। इससे मरीज के शरीर के जिस हिस्से की सर्जरी करनी होती है वह मानीटर पर स्पष्ट सामने दिखता है।

हैंडसेट के जरिये रोबोटिक मशीन को कमांड देकर मरीज की सर्जरी की गई। मरीज के शरीर में चीरे लगाने और उसे टाँका लगाने का काम भी उन्होंने दूर से ही किया। वैसे अस्पताल के आपरेशन थियेटर में विशेषज्ञ डाक्टरों की एक टीम तैयार रखी गई थी ताकि कोई तकनीकी अड़चन पैदा होने पर आपरेशन थियेटर में मौजूद डाक्टर तुरंत रोबोटिक सर्जरी कर सकें।

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रोबोटिक सर्जरी के ये भी हैं फायदे-

अस्पताल के आपरेशन थियेटर में भी डाक्टर मरीज के शरीर के पास में खड़े होकर रोबोटिक सर्जरी नहीं करते। बल्कि आपरेशन टेबल से चार से पांच मीटर दूर बैठकर रोबोटिक सर्जरी करते हैं। इसमें मरीज को ज्यादा बड़ा धीरा नहीं लगाना पड़ता, जिससे रक्तस्त्राव कम होता है। यूरोलाजी से संबंधित बीमारियों में रोबोटिक सर्जरी का इस्तेमाल अधिक हो रहा है।

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