Edited By Parminder Kaur,Updated: 15 Nov, 2024 10:44 AM
दुनियाभर में प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में इस साल के वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा सीजन की शुरुआत होने जा रही है। इस सीजन के दौरान भक्तों का लंबे समय से इंतजार खत्म होने वाला है, क्योंकि आज शाम 5 बजे मंदिर के गर्भगृह के कपाट खोले जाएंगे। मंदिर...
नेशनल डेस्क. दुनियाभर में प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में इस साल के वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा सीजन की शुरुआत होने जा रही है। इस सीजन के दौरान भक्तों का लंबे समय से इंतजार खत्म होने वाला है, क्योंकि आज शाम 5 बजे मंदिर के गर्भगृह के कपाट खोले जाएंगे। मंदिर का उद्घाटन निवर्तमान मेलसंथी (मुख्य पुजारी) पी.एन. महेश नंबूथिरी करेंगे।
तीर्थयात्रियों के लिए क्या तैयारी है?
तीर्थयात्रा के दौरान भक्तों को मंदिर में दर्शन करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा। आज दोपहर 1 बजे से भक्तों को पहाड़ी पर चढ़ने की अनुमति दी जाएगी। शुक्रवार और शनिवार को सुबह 3 बजे से दर्शन की अनुमति होगी। इस दौरान मंदिर में विशेष धार्मिक आयोजन और पूजा-अर्चना की जाएगी।
उपदेवता मंदिर का उद्घाटन
शुक्रवार को उपदेवता मंदिर का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा और पवित्र अग्नि को आझी में ट्रांसफर किया जाएगा। इस अवसर पर नवनियुक्त मेलसंथी एस. अरुण कुमार नंबूथिरी और वासुदेवन नंबूथिरी अपनी भूमिका निभाएंगे और अयप्पा मंदिर एवं मलिकप्पुरम देवी मंदिर में पूजा कर्मकांड का पालन करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था और 299 कर्मियों की तैनाती
राज्य पुलिस प्रमुख शेख दरवेश साहब ने गुरुवार को सबरीमाला मंदिर का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए 299 कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इनमें सन्निधानम में एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट, पम्पा में 144 कर्मचारी और निलक्कल में 160 कर्मचारी शामिल होंगे। इसके अलावा राजस्व विभाग ने सन्निधानम, निलक्कल और पम्पा में आपातकालीन परिचालन केंद्र भी स्थापित किए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत निपटारा किया जा सके।
बेस स्टेशनों पर तैयारी पूरी
इस बार अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधा सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख बेस स्टेशनों पर तैयारियां पूरी कर ली हैं। पिछले सीजन में 50 लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर की यात्रा पर आए थे और इस साल भी अधिकारियों ने व्यस्त सीजन के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। एरुमेली, चेंगन्नूर, कुमिली, एट्टुमानूर और पुनालुर जैसे प्रमुख बेस स्टेशनों पर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
बढ़ाई जाएंगी बस सेवाएं
पम्पा बस स्टेशन अब पूरी तरह से चालू हो चुका है। मकरविलक्कू त्योहार के नजदीक आते ही पम्पा और आसपास के क्षेत्रों में बस सेवाओं में वृद्धि की योजना बनाई गई है, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न हो।
मंदिर को 18 घंटे खोला जाएगा
इस बार मंदिर को प्रतिदिन 18 घंटे खोला जाएगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु भगवान अयप्पा के दर्शन कर सकें। वर्चुअल लाइन के माध्यम से हर दिन 70,000 तीर्थयात्री अपने दर्शन स्लॉट सुरक्षित कर सकेंगे। इसके अलावा पम्पा, एरुमेली और वाडिपेरियार में ऑन-द-स्पॉट बुकिंग के लिए अतिरिक्त 10,000 स्थान भी उपलब्ध होंगे।