Edited By Yaspal,Updated: 08 Nov, 2024 08:23 PM
गुजरात के अमरेली जिले के पदरसिंगा गांव में अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक किसान ने अपनी पुरानी कार को समाधि देकर स्मारक बनवाया है। इस दौरान विधि-विधान से पूजा-पाठ किया गया और पूरे गांव में धूमधाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया
नेशनल डेस्कः गुजरात के अमरेली जिले के पदरसिंगा गांव में अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक किसान ने अपनी पुरानी कार को समाधि देकर स्मारक बनवाया है। इस दौरान विधि-विधान से पूजा-पाठ किया गया और पूरे गांव में धूमधाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साधु-संतों की मौजूदगी में गड्ढा खोदकर कार को दफना दिया गया।
दरअसल, अब तक आपने साधु-संतों या कुछ विशेष समुदायों में समाधि दिए जाने की बातें सुनी होंगी, लेकिन गुजरात में एक अलग ही मामला सामने आया। यहां अमरेली के लाठी तालुका के पदरसिंगा गांव में किसान संजय पोलारा ने अपनी पुरानी कार को समाधि देकर एक स्मारक बनवाया है।
15 साल पहले खरीदी थी कार
संजय पोलरा ने बताया कि उसने 15 साल पहले 85000 रुपये में वेगनआर कार खरीदी थी। उस समय वह एक किसान थे और अपने गांव में खेती का काम कर रहे थे। गाड़ी आने के बाद खेत में उत्पादन में काफी तरक्की हुई और उन्होंने सूरत जाकर बिल्डर का काम शुरू किया। बिल्डिंग बनाने का काम बहुत बढ़िया तरीके से चलने लगा।। आज 15 साल के बाद उनके पास ऑडी कार है और आर्थिक पोजीशन भी बहुत अच्छी है।
कार को समाधि देने की वजह भी बताई
संजय ने बताया कि मैने सोचा कि मैं घर पर रखेंगे तो कोई न कोई गाड़ी ले जाएगा या उनके पार्ट्स मांगने आएगा। किसको-किसको मना करते फिरेंगे। इसलिए इस लकी कार अपने ही खेत में दफनाकर उनकी याद और ज्यादा समय तक रहे इसलिए ऐसा किया। इस अवसर पर किसान ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी मौके पर बुलाया और कार्यक्रम को उत्सव के रुप में बदल दिया। किसान का कहना है कि वह कार से बेहद प्यार करता है और उसे अपनी यादों में संजो कर रखना चाहता है। इसलिए उसने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी बुलाया।