Edited By Parveen Kumar,Updated: 17 Nov, 2024 01:00 AM
कानपुर के एक व्यक्ति को बिना टिकट वंदे भारत ट्रेन में यात्रा करना महंगा पड़ गया। राम विलास यादव नामक व्यक्ति को किसी यात्रा पर नहीं जाना था, लेकिन वह गलती से वंदे भारत ट्रेन में चढ़ गए और दिल्ली पहुंच गए।
नेशनल डेस्क : कानपुर के एक व्यक्ति को बिना टिकट वंदे भारत ट्रेन में यात्रा करना महंगा पड़ गया। राम विलास यादव नामक व्यक्ति को किसी यात्रा पर नहीं जाना था, लेकिन वह गलती से वंदे भारत ट्रेन में चढ़ गए और दिल्ली पहुंच गए। इस घटना के बाद रेलवे ने एक बार फिर यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
राम विलास यादव का बेटा कानपुर से दिल्ली जा रहा था। राम विलास उसे स्टेशन तक छोड़ने आए थे। जब ट्रेन आई, तो वह अपने बेटे को उसकी सीट पर बिठाने के लिए ट्रेन के अंदर चढ़ गए। इस दौरान ट्रेन के दरवाजे बंद होने की घोषणा हो गई। जब तक राम विलास बाहर आते, दरवाजे बंद हो चुके थे और वह ट्रेन के अंदर फंस गए।
2870 रुपये जुर्माना और दिल्ली पहुंच गए राम विलास ने ट्रेन रुकवाने के लिए ड्राइवर के केबिन तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर ने ट्रेन नहीं रोकी। बाद में चेकिंग स्टाफ ने उन्हें पकड़ लिया और जब उनकी टिकट जांची गई, तो वह बिना टिकट पाए गए। इस पर उनका चालान काट दिया गया और उन्हें 2870 रुपये जुर्माना भरना पड़ा। इस तरह वह बिना यात्रा किए ही दिल्ली पहुंच गए।
रेलवे की एडवाइजरी इस घटना के बाद रेलवे ने एक नई एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया गया कि वंदे भारत ट्रेन में स्वचलित दरवाजे होते हैं, जो ट्रेन के चलने से पहले बंद हो जाते हैं और अगले स्टॉप पर ही खुलते हैं। इसलिए केवल वही यात्री ट्रेन में चढ़ सकते हैं, जिनकी यात्रा निर्धारित हो। रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे अपने रिश्तेदारों या साथियों को छोड़ने के लिए स्टेशन तक आएं, लेकिन ट्रेन के अंदर न चढ़ें।