Edited By Pardeep,Updated: 27 Mar, 2025 06:33 AM

इस साल होली के मौके पर, यानी 14 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण हुआ था। अब इसी महीने दूसरा ग्रहण भी लगने जा रहा है, जो कि एक सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को होगा और धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद खास माना जा रहा है।
नेशनल डेस्कः इस साल होली के मौके पर, यानी 14 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण हुआ था। अब इसी महीने दूसरा ग्रहण भी लगने जा रहा है, जो कि एक सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को होगा और धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन केवल सूर्य ग्रहण ही नहीं, बल्कि कई शुभ योग भी एक साथ बन रहे हैं, जो इस ग्रहण को और भी महत्वपूर्ण बना रहे हैं।
29 मार्च 2025 को होने वाले सूर्य ग्रहण का महत्व:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 29 मार्च को चैत्र मास की अमावस्या होगी, और इसी दिन सूर्य ग्रहण के साथ शनि का गोचर भी होगा। साथ ही इस दिन सूर्य, राहु, शुक्र, बुध और चंद्रमा सभी मीन राशि में एक साथ स्थित होंगे जिससे इस ग्रहण का प्रभाव और भी विशेष माना जा रहा है. ज्योतिषियों के अनुसार, जब ग्रहों की ऐसी स्थिति बनती है, तो उसका व्यक्तिगत और समाजिक जीवन पर गहरा असर पड़ता है।
सूर्य ग्रहण का महत्व हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में विशेष है और इसका धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव काफी गहरा होता है। ग्रहण के दौरान कई धार्मिक कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है और लोग उपवास रखते हैं, ध्यान और साधना करते हैं।
क्या भारत में सूर्य ग्रहण दिखेगा?
यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि यह ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और रात के समय लगेगा। चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाने की प्रक्रिया को सूर्य ग्रहण कहते हैं, जिसमें सूर्य की पूरी परछाई चंद्रमा से ढक जाती है। हालांकि इस बार का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए यहां इसका कोई विशेष धार्मिक प्रभाव और सूतक काल लागू नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण का समय और स्थान:
भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को दोपहर 2:20 बजे से शुरू होगा और शाम 4:17 बजे तक चलेगा। यह ग्रहण मीन राशि और उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा, जो ज्योतिष के हिसाब से इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है।
साल का पहला सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा?
यह सूर्य ग्रहण विशेष रूप से कुछ देशों में दिखाई देगा. इसमें शामिल हैं:
इन देशों में यह ग्रहण स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।
सूर्य ग्रहण और उसका धार्मिक प्रभाव:
सूर्य ग्रहण का धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्व है और विशेष रूप से इस दिन के साथ जुड़ी शुभ और अशुभ घटनाओं को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं। जब सूर्य ग्रहण होता है, तो लोग गंगा स्नान, विशेष पूजा, यज्ञ और दान करते हैं। इस दौरान विशेष रूप से मंत्रों का जाप और ध्यान लगाने की परंपरा भी है।
सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव भी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि ग्रहण के दौरान विभिन्न ग्रहों की स्थिति और उनकी चाल से मानव जीवन पर असर पड़ता है। विशेष रूप से मीन राशि में ग्रहों का होना, इस दिन को और भी प्रभावशाली बना रहा है।
इस साल का सूर्य ग्रहण विशेष रूप से धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा।