खतरे में है OTT का भविष्य, बोले जयदीप अहलावत, जानिए क्या है कारण और क्या होगा इसका असर

Edited By Mahima,Updated: 20 Dec, 2024 09:14 AM

the future of ott is in danger said jaideep ahlawat

OTT प्लेटफॉर्म्स ने मनोरंजन की दुनिया में एक नई क्रांति लाई है, लेकिन बॉलीवुड अभिनेता जयदीप अहलावत का मानना है कि यदि कंटेंट की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया और इसे सिर्फ व्यापारिक दृष्टिकोण से देखा गया, तो इसका भविष्य खतरे में हो सकता है। उनका...

नेशनल डेस्क: OTT (Over-The-Top) प्लेटफॉर्म्स ने पिछले कुछ वर्षों में मनोरंजन की दुनिया में एक क्रांति ला दी है। पहले थिएटर और टेलीविजन ही प्रमुख मनोरंजन के साधन थे, लेकिन फिर इंटरनेट और स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग के साथ ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने खासकर कोविड-19 के दौरान अपनी महत्वपूर्ण जगह बना ली। आज OTT प्लेटफॉर्म्स जैसे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, डिज्नी+ हॉटस्टार, जी5 और अन्य ने दर्शकों को एक नई तरीके से मनोरंजन का अनुभव देना शुरू कर दिया। वेब सीरीज, फिल्म्स और अन्य डिजिटल कंटेंट के माध्यम से लोगों को घर बैठे अपनी पसंद की सामग्री देखने का अवसर मिला। 

OTT का उदय और लोकप्रियता
कोविड-19 के कारण जब सिनेमा हॉल बंद हुए थे और लोग घरों में कैद हो गए थे, तब OTT प्लेटफॉर्म्स ने उन्हें अपनी पसंदीदा फिल्में और शोज़ देखने का एक नया माध्यम दिया। यह अनुभव इतना आरामदायक और सुविधाजनक था कि इसका प्रभाव दुनिया भर में बढ़ने लगा। ओटीटी ने फिल्म इंडस्ट्री की परिभाषा ही बदल दी। अब लोग घर बैठे किसी भी वक्त और कहीं भी कंटेंट का आनंद ले सकते थे। लेकिन क्या यह बढ़ती लोकप्रियता और विस्तार इस प्लेटफॉर्म के लिए एक लंबी अवधि में सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा? OTT का यह ऊँचा ट्रेंड, विशेष रूप से कोविड के दौरान बढ़ा था, लेकिन क्या यह स्थिर रहेगा? क्या इसके आगे की यात्रा भी इतनी ही सुविधाजनक और फलदायक होगी, या फिर इसमें कुछ नकारात्मक बदलाव आएंगे? इन सवालों को लेकर बॉलीवुड अभिनेता जयदीप अहलावत ने हाल ही में अपनी चिंता व्यक्त की है। 

क्या है जयदीप अहलावत की चिंता?
अपने हालिया इंटरव्यू में, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता जयदीप अहलावत ने OTT प्लेटफॉर्म्स के भविष्य को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “OTT का यह उभार कोविड-19 महामारी के दौरान हुआ था और यह काफी नया है। मुझे लगता है कि यह कुछ सालों तक ठीक रहेगा, लेकिन आगे इसका क्या होगा, यह कहना मुश्किल है।” जयदीप का मानना है कि जब कोई चीज़ बहुत तेजी से फैलती है और लोगों का ध्यान सिर्फ इस पर केंद्रित हो जाता है, तो उसकी गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है। उनका डर है कि यदि OTT प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया और इसे सिर्फ व्यवसायिक दृष्टिकोण से देखा गया, तो यह मंच जल्द ही अपनी पहचान खो सकता है। उन्होंने आगे कहा, "जब लोग किसी चीज़ को सिर्फ बिजनेस के रूप में देखना शुरू करते हैं, तो उसका असली उद्देश्य पीछे छूट जाता है। कंटेंट की क्वालिटी गिरने लगती है और दर्शकों का ध्यान केवल व्यूअरशिप पर केंद्रित हो जाता है। यही डर मुझे OTT के साथ भी है।" जयदीप के अनुसार, अभी OTT प्लेटफॉर्म्स पर फिल्म और वेब सीरीज की एक बडी वैरायटी उपलब्ध है, लेकिन यह स्थिति स्थायी नहीं हो सकती। यदि कंटेंट की गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और इसे एक व्यापारिक प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बना दिया गया, तो यह दर्शकों के लिए निराशाजनक साबित हो सकता है। 

OTT प्लेटफॉर्म्स का बढ़ता प्रभाव और बॉलीवुड का बदलाव
OTT प्लेटफॉर्म्स ने न केवल डिजिटल कंटेंट को नया स्वरूप दिया है, बल्कि फिल्मों और वेब सीरीज की पूरी दुनिया को भी नया आयाम दिया है। फिल्मों के लिए जो पहले केवल थिएटर थे, वहां अब OTT प्लेटफॉर्म्स ने भी अपनी जगह बना ली है। कई फिल्म निर्माता और अभिनेता अब अपनी फिल्मों को OTT पर रिलीज करने को प्राथमिकता देने लगे हैं क्योंकि यह एक बड़ा और सुलभ प्लेटफॉर्म बन चुका है। पिछले कुछ सालों में, हम यह देख चुके हैं कि कई बड़ी फिल्मों के OTT पर रिलीज होने से उनकी सफलता में भी काफी बदलाव आया है। हालांकि, कुछ बॉलीवुड हस्तियों का मानना है कि OTT के चलते पारंपरिक थिएटर व्यवसाय पर दबाव पड़ा है और इससे सिनेमाहॉल की अहमियत कम हो सकती है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या OTT उद्योग में सिर्फ व्यावसायिक पहलुओं पर जोर दिया जाएगा, या फिर कंटेंट की गुणवत्ता को भी प्राथमिकता दी जाएगी।

OTT और कंटेंट की गुणवत्ता
जयदीप अहलावत का यह भी कहना है कि जिस तरह से OTT प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट का दबाव बढ़ रहा है और नए निर्माता प्लेटफॉर्म पर आकर अपनी फिल्में और शोज़ बना रहे हैं, उसमें कंटेंट की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। कई बार देखने को मिला है कि जब ज्यादा कंटेंट बनाने की होड़ लगती है, तो उसकी गुणवत्ता प्रभावित होती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि OTT प्लेटफॉर्म्स पर जो कंटेंट पहले बेहद शानदार होता था, अब उसमें एक प्रकार की सामान्यता आ गई है। वेब सीरीज और फिल्मों का स्तर कुछ ऐसा होने लगा है कि कुछ शोज़ में केवल ‘शॉक वैल्यू’ के लिए कंटेंट डाला जाता है, जबकि इसके बजाय कहानी और सशक्त प्रदर्शन पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए।

जयदीप अहलावत की फिल्मी यात्रा
जयदीप अहलावत की यात्रा काफी दिलचस्प रही है। उनका करियर छोटे रोल्स से शुरू हुआ, लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे अपनी अभिनय क्षमता से दर्शकों के बीच एक विशेष पहचान बनाई। वे फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' (2012) में शाहिद खान के किरदार से मशहूर हुए थे। हालांकि, उनकी असली पहचान OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई वेब सीरीज़ 'पाताल लोक' से मिली, जो 2020 में अमेज़न प्राइम पर आई थी। इसके बाद से उनका करियर एक नई ऊँचाई पर पहुंचा है और वे बॉलीवुड के सबसे काबिल और सम्मानित कलाकारों में से एक माने जाते हैं।

क्या है OTT का भविष्य?
यह सवाल अब भी अनुत्तरित है कि क्या OTT प्लेटफॉर्म्स आने वाले समय में भी इसी गति से आगे बढ़ेंगे या उनकी लोकप्रियता में कमी आएगी। हालांकि, जयदीप अहलावत का मानना है कि अगर यही रुझान रहा, तो OTT पर कंटेंट की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है, और वह केवल व्यापारिक उद्देश्य के लिए उपयोग होने लगेगा। लेकिन यह पूरी तरह से सुनिश्चित करना मुश्किल है कि भविष्य में OTT का क्या हाल होगा।

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