Edited By Radhika,Updated: 15 Jan, 2025 11:07 AM
Meta कंपनी एक बार फिर अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने जा रही है। कहा जा रहा है कि करीब 3,600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है, जो कंपनी के कुल कर्मचारियों का लगभग 5 प्रतिशत होंगे। मेटा के सीईओ, Mark zuckerberg ने बताया कि यह कदम...
गैजेट डेस्क: Meta कंपनी एक बार फिर अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने जा रही है। कहा जा रहा है कि करीब 3,600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है, जो कंपनी के कुल कर्मचारियों का लगभग 5 प्रतिशत होंगे। मेटा के सीईओ, Mark zuckerberg ने बताया कि यह कदम कंपनी के कामकाजी तरीके को और तेज और प्रभावी बनाने के लिए उठाया जा रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, जुकरबर्ग ने एक ज्ञापन में कहा कि उन्होंने खराब परफॉर्मेंस दिखाने वाले कर्मचारियों को निकालने का फैसला लिया है, ताकि कंपनी के प्रदर्शन मानकों को और बेहतर बनाया जा सके।
पहले भी लिया था फैसला-
Meta कंपनी ने 2023 में अपने 'Year of Efficiency' अभियान के तहत पहले ही 10,000 नौकरियों में कटौती की थी। अब जुकरबर्ग ने बताया कि कंपनी पहले आमतौर पर एक साल में कम परफॉर्मेंस वाले कर्मचारियों को हटाती थी, लेकिन अब यह प्रक्रिया तेज कर दी गई है। मेटा फिर भी 2025 में नए रोल्स और टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करेगा।
इन चीज़ों पर होगा फोकस-
कंपनी का फोकस अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट ग्लास और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होगा। जुकरबर्ग ने आने वाले साल को 'इंटेंस' यानी काफी चुनौतीपूर्ण बताया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2024 तक मेटा के पास लगभग 72,000 कर्मचारी थे।
ये खबर भी पढ़ें- Virat Kohli के रेस्टोरेंट में भुट्टा खाया, चुकाए 525 रुपये, वायरल हुई पोस्ट
Microsoft भी करेगा छंटनी-
Meta की तरह ही माइक्रोसॉफ्ट भी खराब परफॉर्मेंस वाले कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रहा है। हालांकि अब तक यह नहीं बताया गया है कि कितने कर्मचारियों को प्रभावित किया जाएगा। बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, Microsoft अलग-अलग विभागों में छंटनी करने की तैयारी कर रहा है। कंपनी के सीईओ, सत्य नडेला के नेतृत्व में यह कदम कंपनी की हाई परफॉर्मेंस टीम को बनाए रखने और लंबे समय तक अपनी योजनाओं को सुधारने के लिए उठाया जा रहा है। माइक्रोसॉफ्ट भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट ग्लास और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ध्यान देगा। जुकरबर्ग ने अगले साल को 'इंटेंस' यानी चुनौतीपूर्ण बताया है।