Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 25 Jan, 2025 04:55 PM
तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी शुक्रवार को उस वक्त विवादों में घिर गए, जब उन्होंने करीमनगर में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान जिले की कलेक्टर पमेला सटपथी को सबके सामने डांटते हुए उनकी 'कॉमन सेंस' पर सवाल खड़े कर दिए। यह...
नेशनल डेस्क: तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी शुक्रवार को उस वक्त विवादों में घिर गए, जब उन्होंने करीमनगर में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान जिले की कलेक्टर पमेला सटपथी को सबके सामने डांटते हुए उनकी 'कॉमन सेंस' पर सवाल खड़े कर दिए। यह घटना एक कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई, जिससे पूरे राज्य में हंगामा मच गया। दरअसल, करीमनगर में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा था। इस दौरान कार्यक्रम में प्रोटोकॉल को लेकर गड़बड़ी हुई, जिससे मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने कलेक्टर पमेला सटपथी से नाराज होकर उन्हें सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई। मंत्री रेड्डी ने कहा, “आप क्या कर रही हैं? आपको कॉमन सेंस भी नहीं है?”
कलेक्टर का जवाब और मंत्री का गुस्सा
पमेला सटपथी ने मंत्री के गुस्से के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन मंत्री ने उनकी बात सुने बिना ही डांटना जारी रखा। इस दौरान कलेक्टर के चेहरे पर परेशानी साफ नजर आई, जबकि मंत्री के तीखे शब्दों से कार्यक्रम में माहौल तनावपूर्ण हो गया।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
यह घटना अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, और इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस मामले को लेकर बीआरएस नेता और मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी कविता ने मंत्री की आलोचना की। कविता ने सोशल मीडिया पर इसे शर्मनाक और अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि इस तरह के व्यवहार से न केवल महिला कलेक्टर का अपमान होता है, बल्कि यह पूरे प्रशासनिक ढांचे की भी बेइज्जती है।
कविता ने कहा, "सत्ता में अहंकार और महिलाओं के प्रति दुर्भावना की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। यह व्यवहार पूरी तरह से गलत है।" इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी से मंत्री रेड्डी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कविता ने यह भी कहा कि वे इस सम्मानित महिला कलेक्टर के साथ मजबूती से खड़ी हैं और मंत्री तथा कांग्रेस पार्टी से जवाबदेही की मांग करती हैं।
लोगों ने जताई नाराजगी
इस घटना पर सोशल मीडिया पर आम लोगों और राजनीतिक नेताओं ने भी कड़ी प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा, "महिला अधिकारियों का इस तरह अपमान सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।" वहीं कुछ अन्य यूजर्स ने मंत्री को उनके पद से हटाने की मांग भी की। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे व्यवहार से महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचती है और यह किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं होना चाहिए।
मंत्री के खिलाफ क्या कार्रवाई होनी चाहिए?
यह घटना राज्य में महिलाओं के अधिकारों और प्रशासनिक कार्यशैली के बारे में भी कई सवाल खड़े करती है। जब एक मंत्री खुद इस प्रकार का व्यवहार करता है, तो यह प्रशासनिक ढांचे में महिलाओं की स्थिति और उनके साथ होने वाले बर्ताव पर गंभीर चिंताएं पैदा करता है। अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री केसीआर और राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या मंत्री रेड्डी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी या नहीं।
प्रतिक्रिया से जुड़े और भी मुद्दे
इस घटना ने केवल कलेक्टर पमेला सटपथी के अपमान का मामला ही नहीं उठाया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा किया है कि प्रशासनिक कार्यों में महिला अधिकारियों की स्थिति कितनी मजबूत है। जब एक महिला अधिकारी को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जाता है, तो यह कई अन्य महिलाओं के लिए एक नकारात्मक उदाहरण बनता है। इसके अलावा, क्या ऐसे व्यवहार से राज्य की महिलाओं के अधिकारों और उनकी कार्यशैली पर असर पड़ सकता है?