काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों की हर महीने की Salary कितनी? सुनकर आपके भी उड़ जाएंगे होश!

Edited By Rohini Oberoi,Updated: 08 Apr, 2025 10:00 AM

the monthly salary of the priests of kashi vishwanath temple is shocking

वाराणसी जिसे काशी भी कहा जाता है न केवल एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध है बल्कि यह श्रद्धा और आस्था का भी प्रमुख केंद्र है। यहां स्थित बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर जो भगवान शिव को समर्पित है दुनिया भर के करोड़ों श्रद्धालुओं के दिलों...

नेशनल डेस्क। वाराणसी जिसे काशी भी कहा जाता है न केवल एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध है बल्कि यह श्रद्धा और आस्था का भी प्रमुख केंद्र है। यहां स्थित बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर जो भगवान शिव को समर्पित है दुनिया भर के करोड़ों श्रद्धालुओं के दिलों में स्थान रखता है। हर साल यहां लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं जिनमें देश-विदेश के श्रद्धालु शामिल होते हैं। काशी के इस पवित्र स्थान से जुड़ी धार्मिक मान्यताएं और पौराणिक कथाएं इसे और भी विशेष बनाती हैं।

आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इस भव्य मंदिर के पुजारियों को कितनी सैलरी मिलती है। आइए जानते हैं कि काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करने वाले पुजारियों के वेतन की जानकारी।

पुजारियों की सैलरी में हुई बढ़ोतरी

हाल ही में पुजारियों के वेतन में वृद्धि की गई है। अब काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी को 90,000 रुपये प्रति माह वेतन मिलता है। वहीं कनिष्ठ पुजारी को 80,000 रुपये और सहायक पुजारी को 65,000 रुपये मासिक सैलरी दी जाती है। यह बढ़ी हुई सैलरी पुजारियों के कार्य और उनके योगदान के सम्मान में की गई है।

 

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काशी विश्वनाथ मंदिर की धार्मिक महत्वता

काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित भारत के सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की आस्था और महत्व धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। काशी को विशेष रूप से भगवान शिव के त्रिशूल की नोक पर टिका हुआ माना जाता है यही वजह है कि काशी को "अजर-अमर" कहा जाता है। काशी को "मोक्षदायिनी" भी कहा जाता है और यह मान्यता है कि जो व्यक्ति काशी में मृत्यु को प्राप्त करता है उसे पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति मिलती है।

इसके अलावा यह भी मान्यता है कि भगवान शिव अपने भक्त के कान में तारक मंत्र फूंकते हैं जिससे उसकी आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है। यही कारण है कि काशी को एक ऐसा स्थान माना जाता है जहां लोग जीवन के अंतिम दिनों में आकर आत्मा की शांति और मुक्ति की प्राप्ति की कामना करते हैं।

 

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विदेशों से आने वाले श्रद्धालु

काशी विश्वनाथ मंदिर का आकर्षण न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी काफी अधिक है। यहां हर साल लाखों की संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी आते हैं जो बाबा के दर्शन करने के लिए भारत की यात्रा करते हैं। यही कारण है कि इस मंदिर का महत्व सिर्फ भारतीय संस्कृति तक सीमित नहीं है बल्कि यह वैश्विक धार्मिक आस्था का केंद्र बन चुका है।

बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास और उसकी धार्मिक मान्यता न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहां के पुजारियों के वेतन में वृद्धि इस बात का प्रतीक है कि उनके योगदान को काशी की धार्मिक परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह मंदिर हर श्रद्धालु के लिए एक अत्यंत पवित्र स्थान है जहां आकर वे भगवान शिव के दर्शन और मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं।

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