Edited By Parminder Kaur,Updated: 15 Oct, 2024 06:01 PM
करवा चौथ भारतीय सुहागन महिलाओ के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता हैं। यह त्यौहार इस बार 20 अक्तूबर को मनाया जाएगा। करवा चौथ पर यदि मौसम अनुकूल रहा तो चंद्रमा रात्रि लगभग 7.54 से 8.37 बजे के बीच देखा जा सकेगा। यह चंद्रमा विभिन्न नगरों में अलग...
नेशनल डेस्क. करवा चौथ भारतीय सुहागन महिलाओ के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता हैं। यह त्यौहार इस बार 20 अक्तूबर को मनाया जाएगा। करवा चौथ पर यदि मौसम अनुकूल रहा तो चंद्रमा रात्रि लगभग 7.54 से 8.37 बजे के बीच देखा जा सकेगा। यह चंद्रमा विभिन्न नगरों में अलग -अगल समय पर नजर आएगा। यह जानकारी प्रख्यात ज्योतिषाचार्य दिवंगत पंडित कल्याण स्वरूप शास्त्री विद्यालंकार के पुत्र पंडित शिव कुमार शर्मा ने आज जैतो में दी। भारत व विदेशों में सनातन धर्मी महिलाएं इस व्रत को दिनभर निरंजन अपने अखंड सौभाग्य के लिए रखती है और चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही अपना व्रत खोलती हैं।
पूजा का शुभ मुहूर्त
इस साल सुहागिनों को करवा चौथ का निर्जला व्रत 13 घंटे 29 मिनट तक रखना होगा। उस दिन सूर्योदय 6.25 बजे होगा। उस समय से यह व्रत शुरू हो जाएगा। इसका समापन चंद्रमा को अर्घ्य देने का साथ होगा। 20 अक्तूबर को करवा चौथ की पूजा के लिए 1 घंटे 16 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। पूजा का शुभ समय शाम 5.46 बजे से लेकर शाम 7.02 बजे तक है। इस दौरान अगर सुहागिन महिलाएं पूजा संपन्न करती हैं तो उसका फल कई गुना ज्यादा मिलेगा।