Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Nov, 2024 04:24 PM
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने वह कर दिखाया है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। इसके बाद देश की आजादी के बाद पंजाब की पहली नहर तैयार की जा रही है।
नेशनल डेस्क : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने वह कर दिखाया है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। इसके बाद देश की आजादी के बाद पंजाब की पहली नहर तैयार की जा रही है। इस नई नहर से जहां मालवा में पानी का संकट दूर होगा वहीं किसानों को इससे बड़ा फायदा होगा। 'मालवा नहर' की लंबाई लगभग 149.53 किमी है।
इस नहर की प्रस्तावित जल क्षमता 2000 क्यूसेक है। इस नहर का निर्माण हरिके हेडवर्क्स से राजस्थान फीडर नहर के बाईं ओर इसके हेडवर्क्स से गांव वारिंग खेड़ा तक किया जाना प्रस्तावित है और नहर का एक हिस्सा राजस्थान के निर्माण के लिए राजस्थान सरकार की भूमि पर भी बनाया जाएगा। फीडर का अधिग्रहण किया गया
मुख्यमंत्री भगवंत मान के मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर करीब 2300 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने सरहिंद नहर प्रणाली के टेल सेक्शन (जहां नहर समाप्त होती है) में पानी की आपूर्ति में सुधार करने के बजाय लिफ्ट पंपों के माध्यम से सरहिंद फीडर से पानी की आपूर्ति करने का निर्णय लिया।
उनके अनुसार इसके साथ-साथ अबोहर और फाजिल्का की नहरी सप्लाई के लिए भी पानी की कमी है। उन्होंने आगे कहा कि मालवा नहर के साथ सरहिंद फीडर से अबोहर क्षेत्र को अधिक पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इस नहर के बनने से मुक्तसर, गिद्दड़बाहा, बठिंडा, जीरा के साथ-साथ अबोहर, फिरोजपुर और फाजिलक के इलाकों को उनके हिस्से का पानी मिलेगा।