Edited By Harman Kaur,Updated: 07 Feb, 2025 02:26 PM
अमेरिका में बेहतर जिंदगी और पैसों की तलाश में विदेश जाने का सपना देखने वाले 104 भारतीय युवकों के सपने टूट गए। इन युवकों ने अवैध रास्तों का सहारा लिया था और अब डिपोर्ट होकर अपने घर लौट आए हैं। इनमें से कई युवकों ने डंकी रूट (अवैध मार्ग) के जरिए...
नेशनल डेस्क: अमेरिका में बेहतर जिंदगी और पैसों की तलाश में विदेश जाने का सपना देखने वाले 104 भारतीय युवकों के सपने टूट गए। इन युवकों ने अवैध रास्तों का सहारा लिया था और अब डिपोर्ट होकर अपने घर लौट आए हैं। इनमें से कई युवकों ने डंकी रूट (अवैध मार्ग) के जरिए अमेरिका में प्रवेश किया था। इन युवकों के परिवारों का कहना है कि एजेंटों ने उनसे लाखों रुपए ठगे और उनका सपना चकनाचूर कर दिया।
डंकी रूट से अमेरिका पहुंचने का सपना
विदेश में सुख और समृद्धि की तलाश में ये युवक अपना घर-बार बेचने और कर्ज उठाने तक को तैयार हो गए थे। उनके परिवारों ने उनकी मदद की, लेकिन अंत में उनके सपने बिखर गए। यह मामला बुधवार का है, जब अमेरिका का विमान इन युवकों को लेकर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। युवकों के हाथ में डॉलर के बजाय हथकड़ी लगी थी। इनमें से कई युवकों ने अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने के लिए डंकी रूट का सहारा लिया था। डंकी रूट, यानी समुद्र के रास्ते और खतरनाक जंगलों के जरिए अमेरिका पहुंचने की कोशिश करना। लेकिन न केवल उनका सपना टूट गया, बल्कि उन्हें और उनके परिवारों को आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ा।
मनोज का दर्द
करनाल के गांव पनौड़ी के मनोज की कहानी भी बेहद दुखद है। मनोज के बेटे विपिन ने विदेश जाने का सपना देखा था और इसके लिए उसने अपने पिता से मदद मांगी। विपिन पहले कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जाने का प्रयास कर चुका था, लेकिन बात नहीं बनी। फिर उसने डंकी रूट से अमेरिका जाने की जिद की। मनोज ने बेटे की जिद के आगे झुकते हुए उसे 48 लाख रुपये का इंतजाम किया। उन्होंने जमीन बेच दी और उधारी लेकर बेटे को अमेरिका भेज दिया। लेकिन जब विपिन ने 24 जनवरी को फोन किया, तो उसने बताया कि वह अब अमेरिका में दीवार फांदने वाला है। इसके बाद बुधवार को यह खबर मिली कि विपिन को डिपोर्ट कर दिया गया और वह वापस भारत लौट आया। मनोज को यह सुनकर दिल का दौरा पड़ा। अब वह कहते हैं कि वह आर्थिक तंगी तो सहन कर लेंगे, लेकिन उनका बेटा पूरी तरह से टूट चुका है।
रोबिन का भी दिल दहला देने वाला अनुभव
मनजीत हांडा ने अपने बेटे रोबिन के बारे में भी दिल दहला देने वाली बात साझा की। रोबिन को एजेंट ने 45 लाख रुपए में फ्लाइट से अमेरिका भेजने का वादा किया था, लेकिन वह भी डंकी रूट से अमेरिका गया। रोबिन की यात्रा पेरू, एक्वाडोर और ब्राजील के रास्ते से हुई थी। मनजीत हांडा ने बताया कि उनके बेटे से लंबे समय तक संपर्क नहीं हुआ। फिर एक दिन यह खबर मिली कि रोबिन को डिपोर्ट करके अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर भेजा गया। इन युवकों के परिवारों ने अपनी मेहनत की कमाई और संपत्ति को दांव पर लगा दिया था, लेकिन अंत में उनका सपना चूर-चूर हो गया। यह खबर उनके लिए एक बड़े झटके से कम नहीं थी। अब वे पछता रहे हैं कि उन्होंने क्यों अपने बच्चों को इस खतरनाक रास्ते पर भेजा और एजेंटों की बातों पर विश्वास किया।