Edited By Mahima,Updated: 11 Nov, 2024 02:42 PM
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें महिला के साड़ी के पल्लू में आग लग जाती है और वह दौड़ती हुई दिखती है। वीडियो को लेकर लोग नाराज हैं, क्योंकि इसे खतरनाक रील माना जा रहा है। कुछ यूजर्स ने इसे व्यूज के लिए जान जोखिम में डालने की आलोचना की,...
नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला के साड़ी के पल्लू में आग लग जाती है और वह डरते हुए दौड़ती हुई दिखाई देती है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच एक नई बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इस वीडियो को खतरनाक रील मानते हुए आलोचना कर रहे हैं, तो वहीं कुछ का कहना है कि यह वीडियो किसी टीवी सीरियल या फिल्म की शूटिंग का हिस्सा हो सकता है।
वीडियो में जो घटना दिखाई दे रही है, उसमें महिला के साड़ी के पल्लू में आग लगी हुई है, और वह आग से बचने के लिए तेजी से दौड़ रही होती है। वीडियो को देखकर यह साफ दिखाई देता है कि महिला के पल्लू में जो आग लगी है, वह असली है। हालांकि, यह भी दिखाई देता है कि किसी तरह से समय रहते महिला को मदद मिल गई और आग बुझा ली गई, वरना यह हादसा बहुत ही भयंकर रूप ले सकता था। यह घटना केवल एक वीडियो की तरह नहीं, बल्कि एक गंभीर चेतावनी की तरह उभरकर सामने आई है। ऐसे खतरनाक स्टंट्स को करने वाले लोग न केवल अपनी जान को जोखिम में डालते हैं, बल्कि दूसरों को भी गलत संदेश देते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था, "रील्स की यह बीमारी अब हद से ज्यादा हो चुकी है, महिला की जान भी जा सकती थी!" इस पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने गुस्से और नाराजगी का इज़हार किया है। एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, "यह सब चंद व्यूज और लाइक्स के लिए किया जा रहा है। क्या इस तरह के स्टंट्स बच्चों और युवाओं पर गलत प्रभाव नहीं डालते?" इसके अलावा, कुछ यूज़र्स ने यह भी सुझाव दिया कि भारत में इस तरह के खतरनाक रील्स पर पूरी तरह से बैन लगाया जाना चाहिए और जो लोग इस तरह की खतरनाक रील्स बनाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका मानना था कि इस तरह से ही इस बुराई को समाज से खत्म किया जा सकता है।
रील्स की दीवानगी: क्या यह सिर्फ एक ट्रेंड है या एक गंभीर समस्या?
यह पहली बार नहीं है जब सोशल मीडिया पर इस तरह की खतरनाक रील्स वायरल हो रही हैं। दरअसल, इससे पहले भी कई वीडियो वायरल हो चुके हैं, जिनमें लोग अपनी जान को खतरे में डालकर रील्स बना रहे थे। उदाहरण के लिए, हाल ही में हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में एक लड़की पहाड़ की चोटी से रील बना रही थी। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गिरते-गिरते बची। गनीमत रही कि वह गंभीर रूप से घायल नहीं हुई और उसकी जान बच गई। इसी तरह, हरिद्वार के विष्णु घाट पर भी एक लड़की गंगा की तेज लहरों के बीच रील बना रही थी। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह बहाव में बहने लगी, लेकिन किसी तरह उसने पास में लगे खंभे को पकड़कर अपनी जान बचाई। इन घटनाओं से यह साफ है कि सोशल मीडिया पर रील्स बनाने के दौरान लोग कितना बड़ा जोखिम उठा रहे हैं, और यह केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि उनके आसपास के लोगों के लिए भी खतरे का कारण बन सकता है।
सोशल मीडिया और बच्चों पर इसका असर
विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया पर ऐसी खतरनाक रील्स का बच्चों और किशोरों पर बुरा असर पड़ सकता है। खासकर किशोर अवस्था में, जब बच्चे किसी भी चीज़ को अप्पील और मज़े के तौर पर देखते हैं, तो वे बिना सोचे-समझे किसी भी खतरनाक काम को करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इसलिए, यह जरूरी हो गया है कि स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थाओं में इस विषय पर जागरूकता फैलाने की जरूरत है। इसके अलावा, बच्चों और युवाओं को यह समझाने की आवश्यकता है कि सोशल मीडिया पर जो कुछ भी दिखाई देता है, वह वास्तविक नहीं होता। उन्हें यह सिखाना जरूरी है कि व्यूज और लाइक्स के लिए अपनी जान को खतरे में डालना किसी भी सूरत में उचित नहीं है।
क्या हो सकता है समाधान?
इस तरह के खतरनाक स्टंट्स और रील्स की बढ़ती संख्या को लेकर कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या इसे रोका जा सकता है। कई लोगों का मानना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को इस पर सख्ती से काम करना चाहिए और जो लोग खतरनाक वीडियो अपलोड करते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस बारे में एक सुझाव यह भी दिया गया है कि सरकार को एक सख्त नीति बनानी चाहिए, जो सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाने वाले खतरनाक कंटेंट को नियंत्रित करे। इस नीति के तहत सोशल मीडिया कंपनियों को यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए कि वे खतरनाक और हिंसक कंटेंट को तुरंत हटाएं और उन लोगों पर कार्रवाई करें, जो ऐसे वीडियो बनाते हैं। वहीं, कुछ लोग मानते हैं कि एक और तरीका यह हो सकता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर किसी भी खतरनाक स्टंट या वीडियो के लिए पहले से एक चेतावनी दी जाए, जिससे लोगों को पहले ही इस बात का अंदाजा हो सके कि यह वीडियो खतरनाक हो सकता है।
क्या सोशल मीडिया रील्स के लिए सुरक्षा उपाय जरूरी हैं?
सोशल मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता के साथ रील्स बनाना और शेयर करना एक आम बात हो गई है। लेकिन सवाल यह है कि क्या हम अपनी जान को खतरे में डालने के बजाय सोशल मीडिया का सही और सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं? वीडियो बनाने के दौरान लोगों को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए और केवल मनोरंजन के लिए किसी भी तरह के खतरनाक स्टंट्स से बचना चाहिए। आज की तारीख में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और संबंधित संस्थाओं को चाहिए कि वे इस दिशा में कठोर कदम उठाएं और ऐसी खतरनाक रील्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, ताकि लोग अपनी जान को खतरे में डालने के बजाय सुरक्षित तरीके से सोशल मीडिया का उपयोग कर सकें।