Edited By Parminder Kaur,Updated: 31 Jan, 2025 11:02 AM
प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 लोग घायल हो गए। इस घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन कर दिया गया है। यूपी सरकार ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
नेशनल डेस्क. प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 लोग घायल हो गए। इस घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन कर दिया गया है। यूपी सरकार ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
भगदड़ में हरियाणा की दो महिलाओं समेत 3 लोग अपनी जान गंवा बैठे। मृतकों की पहचान जींद जिले के राजपुरा भैन गांव की 60 वर्षीय रामपति देवी, रोहतक जिले के सांपला गांव की 75 वर्षीय कृष्णा देवी और फरीदाबाद के 34 वर्षीय अमित कुमार के रूप में हुई है।
मृतकों के परिवारों ने बताया कि रामपति देवी का पोता नरेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ कुंभ मेले में स्नान के लिए पहुंचे थे। 28 जनवरी को दोपहर के समय वे संगम के पास स्नान करने के लिए गए थे, लेकिन वहां भारी भीड़ देखकर उन्होंने स्नान नहीं करने का फैसला लिया। अचानक भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिए, जिससे भगदड़ मच गई। वे और उनके परिवार के लोग गिर गए और करीब 40 मिनट तक लोग उनके ऊपर से गुजरते रहे, जब एंबुलेंस आई तब उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने रामपति देवी को मृत घोषित कर दिया। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव जींद में किया जाएगा।
कृष्णा देवी भी अपने परिवार के साथ प्रयागराज गई थीं और इस भगदड़ में उनकी मौत हो गई। हालांकि, उनके परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित बच गए। इस हादसे के बाद अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए मुआवजे और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।