Edited By Yaspal,Updated: 27 Jul, 2024 07:41 PM
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरूवार को दो राज्यों के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की। इनमें राजस्थान और बिहार के नए प्रदेश अध्यक्षों के नाम का ऐलान किया गया
नेशनल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरूवार को दो राज्यों के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की। इनमें राजस्थान और बिहार के नए प्रदेश अध्यक्षों के नाम का ऐलान किया गया। राजस्थान में मदन सिंह राठौड़ को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। मदन सिंह राठौड़ राज्यसभा सांसद हैं। मदन सिंह राठौड़ के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर 7 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं, जबकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 635 लोगों को फॉलो करते हैं। इसी प्रकार फेसबुक पर 19 हजार फॉलोअर्स हैं।
मदन राठौड़ मौजूदा वक्त में वह राज्यसभा सांसद हैं। इससे पहले वह सुमेरपुर से पूर्व विधायक रह चुके हैं। राठौड़ 2014 से लेकर 2018 के बीच विधानसभा में बीजेपी के चीफ व्हिप भी रह चुके हैं। मदन राठौड़ का जन्म 1950 में पाली जिले के रायपुर में हुआ। राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन (बीएससी गणित) किया है। 1962 ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवक बने। 1970 के दशक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में भी कार्य किया है। इसके बाद टेक्सटाइल व्यापारी के रूप में कार्य किया था। 4 बार भाजपा के पाली जिला अध्यक्ष रहे है। वर्ष 2003 और 2013 में पाली की सुमेरपुर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। 2008, 2018 और 2023 में टिकट नहीं मिला।
मदन राठौड़ पर दांव की वजहें
मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे सियासी जानकारों का मानना है कि उनके जरिए बीजेपी अपना ओबीसी वोट बैंक मजबूत करने की कोशिश कर रही है। ओबीसी की जाति घांची समुदाय से ताल्लुक मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर बीजेपी ने जातीय समीकरण साधे हैं और उस ओबीसी वोट बैंक मजबूत करने की कोशिश की है जो राज्य में जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभाता है। राजस्थान में 50 फीसदी से अधिक वोटर्स ओबीसी में आते हैं जिसमें कई जातियां शामिल हैं और लोकसभा चुनाव के दौरान भी ओबीसी मतदाताओं ने अहम भूमिका अदा की थी।