Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 11 Apr, 2025 03:01 PM
एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक युवा पायलट की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पायलट अरमान, जो महज 30 साल का था और हाल ही में शादी के बंधन में बंधा था, ने श्रीनगर से दिल्ली आ रही फ्लाइट को पूरी प्रोफेशनलिज्म के साथ लैंड कराया।
नेशनल डेस्क: एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक युवा पायलट की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पायलट अरमान, जो महज 30 साल का था और हाल ही में शादी के बंधन में बंधा था, ने श्रीनगर से दिल्ली आ रही फ्लाइट को पूरी प्रोफेशनलिज्म के साथ लैंड कराया। लेकिन लोगों के बीज हड़कंप मच गया। लेकिन लैंडिंग के कुछ ही मिनटों बाद उसे सीने में तेज़ दर्द और बेचैनी हुई। जब तक उसे अस्पताल पहुंचाया गया, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह मामला एक बार फिर ये सवाल खड़ा करता है कि आखिर क्यों युवाओं में हार्ट अटैक की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं?
क्या एविएशन इंडस्ट्री खुद बन रही है खतरा?
हालांकि पायलट्स और फ्लाइट अटेंडेंट्स देश और यात्रियों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी बखूबी निभाते हैं, लेकिन उनकी खुद की सेहत बड़ी चिंता का विषय बनती जा रही है। एयरलाइन स्टाफ की लाइफस्टाइल बेहद अनियमित होती है।
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उन्हें पर्याप्त नींद नहीं मिलती
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खाना भी अक्सर जंक या फास्ट फूड पर निर्भर रहता है
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मानसिक तनाव हमेशा बना रहता है
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फ्लाइट्स की टाइमिंग अनियमित होती है
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शरीर को आराम करने का मौका बहुत कम मिलता है
डॉक्टर्स मानते हैं कि ये सारी चीज़ें मिलकर दिल की सेहत पर बुरा असर डालती हैं।
हार्ट अटैक के पीछे ये कारण हो सकते हैं
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अनियमित दिनचर्या – लगातार शिफ्ट बदलना और सोने-जागने का समय तय न होना
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तनाव और प्रेशर – फ्लाइट ऑपरेशन का मानसिक दबाव
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शारीरिक गतिविधि की कमी – जिम या एक्सरसाइज़ के लिए समय नहीं
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अस्वास्थ्यकर खानपान – फास्ट फूड और कैफीन का अधिक सेवन
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धूम्रपान और शराब – कई कर्मचारी तनाव से उबरने के लिए इन पर निर्भर हो जाते हैं
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परिवार में दिल की बीमारी का इतिहास – जेनेटिक फैक्टर भी अहम
किन्हें सबसे ज्यादा खतरा?
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फ्लाइट अटेंडेंट्स और पायलट्स जो हर समय प्रेशर में रहते हैं
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एयरलाइन स्टाफ जो बार-बार शिफ्ट चेंज करते हैं
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जिनका ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में नहीं है
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जो लोग सिगरेट, शराब और जंक फूड का ज्यादा सेवन करते हैं
हार्ट अटैक के लक्षण – समय रहते पहचानिए
अगर इन संकेतों को समय रहते समझ लिया जाए तो जान बच सकती है।
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सीने में जकड़न या भारीपन
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बाएं हाथ, जबड़े या पीठ में दर्द
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सांस लेने में तकलीफ
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ठंडा पसीना आना
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चक्कर या बेहोशी जैसा महसूस होना
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अत्यधिक थकावट बिना मेहनत के
इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। खासकर ऐसे प्रोफेशन में जहां स्वास्थ्य ही प्राथमिकता होनी चाहिए।