Edited By Pardeep,Updated: 18 Apr, 2025 06:18 AM
गुरुवार शाम पटना एयरपोर्ट पर उस समय हड़कंप मच गया, जब पुणे से पटना आ रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 6E-653 की लैंडिंग के दौरान पायलट की आंखों पर तेज लेजर लाइट की चमक पड़ी। यह घटना उस वक्त हुई जब विमान पटना एयरपोर्ट के रनवे पर उतरने ही वाला था।
नेशनल डेस्कः गुरुवार शाम पटना एयरपोर्ट पर उस समय हड़कंप मच गया, जब पुणे से पटना आ रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 6E-653 की लैंडिंग के दौरान पायलट की आंखों पर तेज लेजर लाइट की चमक पड़ी। यह घटना उस वक्त हुई जब विमान पटना एयरपोर्ट के रनवे पर उतरने ही वाला था। लेजर लाइट की चकाचौंध से कुछ क्षणों के लिए विमान का संतुलन बिगड़ गया, लेकिन पायलट ने पूरी सतर्कता और सूझबूझ के साथ विमान को सुरक्षित रूप से रनवे पर उतार दिया। हादसा टल गया और विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित रहे।
क्या हुआ था घटनास्थल पर?
गुरुवार शाम करीब 6:40 बजे, इंडिगो की यह फ्लाइट पटना में लैंड कर रही थी। उसी समय किसी अज्ञात दिशा से तेज़ डीजे की लेजर लाइट विमान की कॉकपिट पर पड़ी। तेज़ रोशनी से पायलट की आंखें कुछ पल के लिए चौंधिया गईं, जिससे विमान के नियंत्रण में अस्थायी दिक्कत आई। हालांकि, पायलट ने शांत दिमाग और प्रशिक्षित कौशल के साथ स्थिति पर काबू पाया और विमान को सकुशल लैंड कराया। पायलट ने घटना की जानकारी तुरंत एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी, जिसके बाद विमान को अहमदाबाद के लिए आगे रवाना कर दिया गया।
जांच में जुटा प्रशासन
घटना की जानकारी मिलते ही पटना एयरपोर्ट प्रशासन और स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई। एयरपोर्ट थाना और फुलवारीशरीफ थाना की पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तफ्तीश शुरू कर दी है। जांच इस दिशा में हो रही है कि लेजर लाइट कहां से और किसने मारी।
पुलिस को शक है कि एयरपोर्ट के पास किसी विवाह समारोह स्थल या डीजे लाइट लगे वाहनों से यह लेजर लाइट विमान की ओर मारी गई हो सकती है। फिलहाल, कई ऐसे स्थानों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है, जहां से यह संभव हो सकता है।
एविएशन विशेषज्ञों की चेतावनी
एविएशन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, किसी भी विमान की लैंडिंग या टेकऑफ के समय लेजर लाइट पड़ना अत्यंत खतरनाक होता है। इससे पायलट की आंखों में अस्थायी रूप से रोशनी समा सकती है, जिससे उसका ध्यान भटक सकता है और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। यह सिविल एविएशन सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है और इस तरह की हरकतें गंभीर अपराध की श्रेणी में आती हैं।