रूसी दूतावास ने Russian Army में भर्ती भारतीयों को लेकर जारी किया बयान, आरोपों पर दी सफाई

Edited By Tanuja,Updated: 10 Aug, 2024 05:33 PM

the russian embassy releases a statement on the indian nationals

रूस में स्थित रूसी दूतावास ने शनिवार को रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती को लेकर उठ रहे सवालों पर...

International Desk:  रूस में स्थित रूसी दूतावास ने शनिवार को रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती को लेकर उठ रहे सवालों पर सफाई दी है। दूतावास ने किसी भी "सार्वजनिक या गुप्त अभियान" में शामिल होने या "धोखाधड़ी योजनाओं" के तहत भारतीयों को भर्ती करने से इनकार किया है। इस बीच भारत में स्थित रूसी दूतावास ने भी रूस में भारतीय नागरिकों के सैन्य सेवा से जुड़े मामलों पर एक बयान जारी किया है। दूतावास ने भारतीय सरकार और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। बयान में कहा गया है कि दोनों देशों की संबंधित एजेंसियां भारतीय नागरिकों की पहचान और उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने के लिए करीबी समन्वय में काम कर रही हैं, जिन्होंने स्वेच्छा से रूस की सशस्त्र सेनाओं में सैन्य सेवा के लिए अनुबंध किया था। रूसी दूतावास ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी अनुबंधात्मक दायित्वों और मुआवजा भुगतान को पूरी तरह से निभाया जाएगा।
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जानकारी के अनुसार इस साल अप्रैल से, रूसी संघ के रक्षा मंत्रालय ने भारत सहित कई विदेशी देशों के नागरिकों को रूसी सशस्त्र बलों में भर्ती करने पर रोक लगा दी है। दूतावास ने इस बात पर जोर दिया कि रूसी सरकार ने कभी भी सार्वजनिक या गुप्त रूप से भारतीय नागरिकों को सैन्य सेवा के लिए भर्ती करने के लिए किसी भी प्रकार के अभियान में भाग नहीं लिया है और न ही कोई धोखाधड़ी वाली योजनाओं में शामिल रही है। यह बयान भारतीय नागरिकों की सैन्य सेवा और उनके साथ होने वाले अनुबंधों को लेकर स्पष्टता प्रदान करता है, साथ ही रूस और भारत के बीच करीबी सहयोग को भी रेखांकित करता है। दूतावास ने कहा कि इस साल अप्रैल से रूस ने भारत समेत कई अन्य देशों के नागरिकों को अपनी सशस्त्र सेनाओं में भर्ती करना बंद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि रूसी सरकार कभी भी भारतीय नागरिकों को सैन्य सेवा के लिए भर्ती करने के लिए किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या संदिग्ध योजनाओं में शामिल नहीं रही है।

 

दूतावास ने भारतीय सरकार और उन भारतीय नागरिकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है, जो रूस में सैन्य सेवा के दौरान मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों की संबंधित एजेंसियां ​​रूस में सैन्य सेवा के लिए अनुबंध करने वाले भारतीय नागरिकों की पहचान और उन्हें वापस लाने के लिए करीबी समन्वय में काम कर रही हैं। यह बयान भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा लोकसभा में दिए गए एक बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने बताया कि 69 भारतीय नागरिक अब भी रूस में फंसे हुए हैं और रूस से रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि कुल 91 भारतीय नागरिकों को रूस की सेना में भर्ती किया गया था, जिनमें से आठ की मौत हो चुकी है, और 14 को छुट्टी दे दी गई है, जो वापस आ चुके हैं। जयशंकर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मास्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस मुद्दे पर बात की थी, और उन्हें आश्वासन मिला है कि जल्द ही सभी भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया जाएगा।

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