Edited By Rohini Oberoi,Updated: 13 Feb, 2025 12:04 PM
![the teacher who was seen getting the feet massaged by little girls](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_12_03_029940538teacher-ll.jpg)
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक आदिवासी छात्रावास का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शिक्षिका बच्चों को पढ़ाने के बजाय उन्हें इकट्ठा कर उनका पैर दबवा रही है और मालिश करा रही है। वीडियो वायरल होते ही लोगों ने इस हरकत पर आक्रोश...
नेशनल डेस्क। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक आदिवासी छात्रावास का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शिक्षिका बच्चों को पढ़ाने के बजाय उन्हें इकट्ठा कर उनका पैर दबवा रही है और मालिश करा रही है। वीडियो वायरल होते ही लोगों ने इस हरकत पर आक्रोश प्रकट किया है। वहीं विभागीय अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू करने का दावा किया है। इस वीडियो में नजर आ रही शिक्षिका की पहचान सुजाता मड़के के रूप में हुई है।
वहीं विरोध दर्ज कराने पहुंचे अभिभावकों से शिक्षिका से कहासुनी एक अन्य वीडियो सोश मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें शिक्षिका से छात्राओं के अभिभावक कक्षा में पैर दबवाने पर सवाल पूछ रहे है जिसे शिक्षिका द्वारा सिरे से नकारा दिया।
वो अभिभावकों से कहती दिख रही है कि आप अगर मुझे हटाना चाहते हो तो हटवा दीजिए। आप लोगों को लग रहा है कि मैं आपके बच्चों के लायक नहीं हूं.. अच्छे देखभाल नहीं कर पा रही हूं... तो हटवा दीजिए। कोई प्राब्लम नहीं है मुझे। गलत इल्जाम मत लगाओ। गलत इल्जाम लगता है तो बुरा लगता है।
''इतना ही नहीं वीडियो में महिला यह भी कहती दिख रही है कि ''मैं ही तो हटूंगी ज्यादा से ज्यादा क्या होगा। और कुछ होगा? मैं यहां से हटकर कहीं और नौकरी करूंगी।
यह भी पढ़ें: फिल्मी स्टाइल में बदमाशों ने कट्टा दिखाकर Petrol Pump पर की लूट, देखता रह गया कर्मचारी
वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया
आदिवासी जनजाति विभाग की क्षेत्र संयोजक पूजा उइके ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि यह वीडियो लगभग 10-15 दिन पुराना है लेकिन अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विभाग ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। इस मामले पर मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह आदिवासी बच्चों का शोषण है और उन्होंने मुख्यमंत्री से आरोपी शिक्षिका के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष ने जताया विरोध
उमंग सिंघार ने इस वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सरकार और उसकी नीतियों को घेरते हुए कहा कि यह बहुत शर्मनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी शिक्षिका सुजाता मड़के पहले भी ऐसी हरकतें कर चुकी है और उसे निलंबित किया गया था। बावजूद इसके उसे ट्राइबल विभाग में नियमों के खिलाफ फिर से प्रतिनियुक्ति दी गई थी। उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से सवाल किया कि आदिवासी बच्चों के साथ यह शोषण कब तक चलेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कब की जाएगी।
विभागीय कार्रवाई
वहीं विभाग के सहायक आयुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी शिक्षिका को फिर से निलंबित कर दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।