Edited By Yaspal,Updated: 04 Oct, 2024 10:05 PM
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के गंगापार इलाके के नवाबगंज राम जानकी मंदिर से 23 सितंबर को एक चोर ने भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति को चुरा लिया था। मंदिर से भगवान की जिस मूर्ति की चोरी हुई वो 100 साल पुरानी अष्टधातु की मूर्ति है
लखनऊः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के गंगापार इलाके के नवाबगंज राम जानकी मंदिर से 23 सितंबर को एक चोर ने भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति को चुरा लिया था। मंदिर से भगवान की जिस मूर्ति की चोरी हुई वो 100 साल पुरानी अष्टधातु की मूर्ति है। जब मंदिर के पुजारी को भगवान की मूर्तियों की चोरी का पता चला तो पुजारी को गहरा धक्का लगा। पुजारी ने खाना पीना छोड़ दिया। कह दिया कि जबतक भगवान वापस नहीं आएंगे, अन्न का एक दाना नहीं लेंगे। लेकिन 10 दिन बाद अचानक से चोर गऊघाट लिंक मार्ग पर चुराई गई मूर्ति रखकर चला गया।
मंदिर के पुजारी जय रामदास महाराज को इसकी खबर दी गई। तो वही मूर्ति मिली जो 23 सितंबर को मंदिर से चोरी हुई थी। जिसके बाद मूर्ति को वापस मंदिर लाया गया। चोर ने भगवान की मूर्ति के साथ एक चिट्ठी भी छोड़ी थी। जिसमें चोर ने कुछ ऐसा लिखा है जो अब वायरल हो रहा है।
चोर ने अपने माफीनामे में लिखा 'महाराज जी प्रणाम, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई थी। अज्ञानतावश मैंने राधा कृष्ण की मूर्ति को गऊघाट से चुरा लिया था। तब से बुरे-बुरे सपने आ रहे हैं और मेरे बेटे की तबीयत भी खराब हो गई है। कुछ पैसे के लिए मैंने बहुत गंदा काम किया है। मैंने मूर्ति को बेचने के लिए उसमें काफी छेड़छाड़ की है। मैं अपनी गलती की माफी मांगते हुए मूर्ति को रखकर जा रहा हूं। आपसे विनती है कि मुझे माफ करते हुए भगवान को फिर से मंदिर में स्थापित करवा दिया जाए। महाराज जी हमारे बाल-बच्चों को क्षमा करते हुए अपनी मूर्ति स्वीकार करें।
चोर ने चोरी की बात मानी, अपनी गलती भी मानी, ये भी बताया कि भगवान की मूर्ति की चोरी के बाद कैसे उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। इसलिए उसने मूर्ति को वापस रख दिया। लेकिन चोरी तो चोरी होती है। अब नवाबगंज थाने की पुलिस CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। ताकि चोर को पकड़ा जा सके।