Edited By Mahima,Updated: 03 Feb, 2025 03:34 PM
भारत सरकार 8वें वेतन आयोग की घोषणा कर चुकी है, जो जनवरी 2026 से लागू हो सकता है। इसमें सैलरी में बढ़ोतरी 1.92 से लेकर 2.86 फिटमेंट फैक्टर पर आधारित होगी। कर्मचारियों की सैलरी और पेंशनभोगियों की पेंशन में महत्वपूर्ण वृद्धि हो सकती है, जिससे उनके जीवन...
नेशनल डेस्क: भारत सरकार ने जनवरी 2025 में सरकारी कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग की घोषणा की थी। हालांकि, केंद्रीय बजट में इसके बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी गई है, जिसके कारण सरकारी कर्मचारियों के बीच इस कमीशन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार 8वां वेतन आयोग कब लागू होगा और इस आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है?
8वें वेतन आयोग का टाइमलाइन
नेशनल काउंसिल – जॉइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (NC-JCM) के सचिव, शिव गोपाल मिश्रा ने इस बारे में कुछ अहम जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 8वां वेतन आयोग 15 फरवरी, 2025 तक स्थिर होने की उम्मीद है। इसके बाद, आयोग की रिपोर्ट 30 नवंबर, 2025 तक पूरी हो जाएगी और सरकार दिसंबर में इसकी समीक्षा करेगी। इसके बाद जनवरी 2026 से इसे लागू किया जा सकता है। कुल मिलाकर, सरकारी कर्मचारियों को यह उम्मीद है कि 2026 से उनके वेतन में इस कमीशन के आधार पर वृद्धि होगी। इस कमीशन में कर्मचारियों के वेतन और पेंशन को लेकर कई अहम बदलाव किए जाएंगे, जिनका असर लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर पड़ेगा।
कितनी बढ़ सकती है सैलरी?
राजस्थान कैडर के 1983 बैच के आईएएस अधिकारी और भारत के पूर्व वित्त सचिव, सुभाष चंद्र गर्ग ने न्यूज24 को एक विशेष साक्षात्कार में बताया कि सरकार अगले वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर को 1.92 से लेकर 2.08 के बीच मंजूरी दे सकती है। फिटमेंट फैक्टर का मतलब है कि कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का गुणक। हालांकि, शिव गोपाल मिश्रा का कहना है कि फिटमेंट फैक्टर 2.86 होना चाहिए, जिससे कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की सैलरी में काफी वृद्धि हो सकती है। अगर सरकार 2.86 के फिटमेंट फैक्टर को मंजूरी देती है, तो केंद्रीय कर्मचारियों का बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये तक हो सकता है। इसके साथ ही, पेंशनभोगियों का बेसिक पेंशन 9,000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये तक हो सकता है। वहीं, यदि सरकार 1.92 के फिटमेंट फैक्टर को मंजूरी देती है, तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 34,560 रुपये हो जाएगी। इसके अलावा, पेंशनभोगियों का पेंशन 9,000 रुपये से बढ़कर 17,280 रुपये हो सकता है। यह बढ़ोतरी विशेष रूप से उन कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी, जिनका वेतन या पेंशन वर्तमान में काफी कम है।
फिटमेंट फैक्टर क्या है?
फिटमेंट फैक्टर वह गुणक होता है जिसके आधार पर कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई जाती है। उदाहरण के लिए, अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो कर्मचारियों की मौजूदा सैलरी का गुणा 2.86 से किया जाएगा, जिससे उनकी सैलरी में वृद्धि होगी। इस फैक्टर का सीधा असर कर्मचारियों की सैलरी पर होता है, और यह उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद करता है।
पेंशनभोगियों पर क्या होगा इसका असर
8वें वेतन आयोग का एक महत्वपूर्ण पहलू पेंशनभोगियों के लिए भी है। सरकार का लक्ष्य पेंशन को इस प्रकार बढ़ाना है कि पेंशनभोगियों की जीवनशैली बेहतर हो सके। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 को मंजूरी मिलती है, तो पेंशनभोगियों की सैलरी में भी काफी बढ़ोतरी हो सकती है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे अपनी बुनियादी जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा कर सकेंगे।
क्या उम्मीद की जा सकती है?
केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनभोगी इस समय 8वें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। अगर सरकार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाती है, तो निश्चित ही कर्मचारियों की सैलरी में भारी बढ़ोतरी होगी, जिससे उनकी जीवनशैली पर सकारात्मक असर पड़ेगा। सरकार को इस बारे में जल्द ही ठोस कदम उठाने की उम्मीद है, ताकि कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा जा सके। संक्षेप में, 8वां वेतन आयोग जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना है। इसमें केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की सैलरी में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जो 1.92 से 2.86 फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी। यह वेतन वृद्धि कर्मचारियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद करेगी और पेंशनभोगियों को भी राहत मिलेगी।