Edited By Rahul Rana,Updated: 05 Apr, 2025 04:12 PM
दिल्ली के झंडेवालान स्थित आयकर कार्यालय में संविदा पर कार्यरत एक 23 वर्षीय युवक ने कथित तौर पर एक विभागीय मामले में "गलत तरीके से फंसाए जाने" से अत्यधिक परेशान होकर आत्महत्या कर ली। विजय वर्मा नामक इस युवा कर्मचारी ने शनिवार को नई दिल्ली रेलवे...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के झंडेवालान स्थित आयकर कार्यालय में संविदा पर कार्यरत एक 23 वर्षीय युवक ने कथित तौर पर एक विभागीय मामले में "गलत तरीके से फंसाए जाने" से अत्यधिक परेशान होकर आत्महत्या कर ली। विजय वर्मा नामक इस युवा कर्मचारी ने शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास एक चलती ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। रेलवे पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में मृतक द्वारा आत्महत्या से पहले अपने परिवार को भेजे गए ऑडियो संदेशों का पता चला है, जिसमें उसने अपने कार्यस्थल पर हुए एक मामले को लेकर अपनी गहरी व्यथा और अन्याय की भावना व्यक्त की थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विजय वर्मा ने आत्महत्या करने से पहले 1 अप्रैल को अपने परिवार के सदस्यों को कई ऑडियो संदेश भेजे थे। इन संदेशों में उसने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह अपने दफ्तर में एक मामले में "गलत तरीके से फंसाया गया" है और इस वजह से वह मानसिक रूप से बहुत परेशान है। सूत्रों ने यह भी बताया कि विजय ने ऑडियो क्लिप में अपनी बेगुनाही का दावा करते हुए कहा था कि उसने कोई भी गलत काम नहीं किया है और वह यह समझने में असमर्थ है कि उसे इस कथित गलती के लिए क्यों दंडित किया जा रहा है। मृतक के इन मार्मिक ऑडियो संदेशों ने मामले की संवेदनशीलता को और बढ़ा दिया है, जिसके बाद रेलवे पुलिस ने घटना की गहन जांच शुरू कर दी है ताकि आत्महत्या के सही कारणों और मृतक के आरोपों की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
रेलवे के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के. पी. एस. मल्होत्रा ने इस दुखद घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक विजय वर्मा मूल रूप से मध्य प्रदेश के भिंड जिले का रहने वाला था और वह अपने परिवार के साथ मिंटो रोड स्थित सीजीआरसी कॉम्प्लेक्स के स्टाफ क्वार्टर में रहता था। उन्होंने बताया कि शनिवार दोपहर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पुलिस को एक रेलवे ज्ञापन प्राप्त हुआ, जिसमें सिग्नल संख्या 144 के पास एक व्यक्ति के ट्रेन से टकराने की सूचना दी गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घटनास्थल से बरामद हुए मृतक के मोबाइल फोन की सहायता से उसकी पहचान विजय वर्मा के रूप में की गई। डीसीपी मल्होत्रा ने प्रत्यक्षदर्शियों और ट्रेन के चालक के बयानों का हवाला देते हुए बताया कि पटरी के किनारे बैठा हुआ युवक अचानक सामने से आ रही तेज रफ्तार ट्रेन की ओर दौड़ा। उन्होंने बताया कि कानूनी प्रक्रिया के तहत शव को लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) के शवगृह में सुरक्षित रखवा दिया गया है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस मृतक के परिवार और सहकर्मियों से भी पूछताछ कर रही है ताकि घटना के पीछे के सही कारणों का पता चल सके।