Edited By Pardeep,Updated: 07 Feb, 2025 10:35 PM
![there is a gold treasure hidden in this district of madhya pradesh](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_22_34_56745109500-ll.jpg)
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के भूगर्भ में सोने और अन्य खनिजों के खजाने की संभावना के बारे में जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) ने एक महत्वपूर्ण पत्र भेजा है। इस पत्र में शिवपुरी जिले के खाजरा, देवरी, क्यारा और अछारेमी गांवों के 108 वर्ग किमी क्षेत्र...
नेशनल डेस्कः मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के भूगर्भ में सोने और अन्य खनिजों के खजाने की संभावना के बारे में जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) ने एक महत्वपूर्ण पत्र भेजा है। इस पत्र में शिवपुरी जिले के खाजरा, देवरी, क्यारा और अछारेमी गांवों के 108 वर्ग किमी क्षेत्र में सोना और बेस मेटल्स (अलौह अयस्क) होने की संभावना जताई गई है। इस पत्र के बाद, ग्वालियर क्षेत्र के खनिज विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख ने इसकी पुष्टि की है और कहा कि इस मामले में अधिक जानकारी एकत्र की जाएगी।
जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने पत्र में स्पष्ट रूप से पूछा है कि क्या इन क्षेत्रों पर पहले से किसी ने खनिजों की लीज ली हुई है। इसके अलावा, पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि नैनागिरी में खनिज विभाग को क्वार्टज (ग्लास बनाने वाला खनिज) का बड़ा भंडार मिला है, जबकि कोलारस में ढाई हेक्टेयर जमीन में फायर क्ले (जो निर्माण सामग्री में उपयोग होता है) का भंडार भी पाया गया है।
यह संभावना जताई जा रही है कि जिस भू-क्षेत्र के नीचे सोने का खजाना हो सकता है, वह सरकारी भूमि है। अगर यहां पर जांच के दौरान सोने के भंडार की पुष्टि होती है, तो यह न केवल शिवपुरी जिले, बल्कि मध्यप्रदेश राज्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर साबित हो सकता है। जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम, विशेषज्ञों के साथ, इस क्षेत्र की जांच करने के लिए आ सकती है, बशर्ते कि प्रशासन से अनुमति मिल जाए।
अगर इस क्षेत्र में सोने और अन्य खनिजों का वाणिज्यिक स्तर पर खनन शुरू होता है, तो इससे न केवल राज्य को राजस्व मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकते हैं। यह परियोजना मध्यप्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है और राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती है।