mahakumb

दिल्ली के आशा किरण होम में 13 बच्चों की मौत से मचा हड़कंप, मंत्री आतिशी ने दिए जांच के निर्देश

Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Aug, 2024 02:56 PM

there was a stir due to the death of 13 children in delhi s asha kiran home

राजधानी में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त लोगों के लिए एकमात्र सरकारी सुविधा केंद्र आशा किरण में रहने वाले 14 बच्चों की मौत की खबर सामने आई है। इसके बाद दिल्ली सरकार ने मौतों की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है और  48 घंटे के भीतर एक रिपोर्ट...

नेशनल डेस्क: दिल्ली की मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को राजस्व विभाग को उत्तर-पश्चिम दिल्ली के रोहिणी में आशा किरण आश्रय गृह में 14 बच्चों की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। आशा किरण "मानसिक रूप से विकलांगों" के लिए दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एक सुविधा है और यह समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत आती है। राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद से विभाग फिलहाल बिना किसी प्रमुख के है।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जो फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं, ने इस विभाग का प्रभार किसी मंत्री को नहीं सौंपा है।

यह एक बहुत गंभीर मुद्दा, गहन जांच की जरूरत- आतिशी 
इस वर्ष जनवरी से अब तक हुई मौतों पर समाचार रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए आतिशी ने कहा कि ये मौतें "कथित तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण के कारण हुईं और यह कैदियों को अपेक्षित सुविधाओं की उपलब्धता की कमी को दर्शाता है"। मंत्री ने कहा, "राजधानी दिल्ली में ऐसी बुरी खबर सुनना बहुत चौंकाने वाला है और अगर यह सच पाया गया तो हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह एक बहुत गंभीर मुद्दा है और इसकी गहन जांच की जरूरत है ताकि सभी ऐसे गृहों की स्थिति में सुधार लाने के लिए पूरी व्यवस्था में सुधार के लिए कड़े कदम उठाए जा सकें और रहने वालों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें।"

मजिस्ट्रेट जांच शुरू करें, 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपे- मंत्री 
उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व को निर्देश दिया कि वे समाचार रिपोर्ट में बताए गए पूरे मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट जांच शुरू करें और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मंत्री द्वारा यहां जारी नोट में कहा गया है, "जिन लोगों की लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करें। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुझावात्मक उपाय सुझाएं।"

पीड़ित लोग मर रहे, दिल्ली सकार कुछ नहीं कर रही- NCW
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने आश्रय गृह में एक तथ्य-खोजी टीम भेजी है और लापरवाही के लिए आप सरकार पर निशाना साधा है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, "सालों से दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह ने सारी आशा खो दी है। लोग इसमें पीड़ित हैं और मर रहे हैं और दिल्ली सरकार कुछ नहीं करती, बिल्कुल भी नहीं। मैंने इसका संज्ञान लिया है और अपनी टीम को इसकी जांच के लिए भेजा है।"

पिछले 20 दिनों में आश्रय गृह में 13 बच्चों की मौत
एक सब डिविजनल मजिस्ट्रेट द्वारा की गई जांच में पाया गया है कि पिछले 20 दिनों में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित दिव्यांगों के आश्रय गृह में 13 बच्चों की मौत हो चुकी है। रोहिणी के आशा किरण आश्रय गृह में जनवरी से अब तक 27 मौतें हो चुकी हैं, जिसके कारण भाजपा ने उपेक्षा और खराब रहने की स्थिति के आरोप लगाए हैं। आशा किरण आश्रय गृह में मौतों का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। पिछले साल की तुलना में मौतों की संख्या बहुत ज़्यादा होने का उल्लेख करते हुए एसडीएम ने कहा कि मौतों का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा।एसडीएम की रिपोर्ट में बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं।

यह भी पढ़ें: NEET-UG 2024 परीक्षा रद्द करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, कहा- कोई सिस्मेटिक वॉयलेशन नहीं हुआ

 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!