Edited By Parminder Kaur,Updated: 12 Dec, 2024 02:41 PM
भारत में नियोक्ताओं ने जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही के लिए सबसे मजबूत रोजगार परिदृश्य की उम्मीद जताई है। सर्वे में 3,000 से अधिक नियोक्ताओं से डेटा एकत्र किया गया, जिसमें 53 प्रतिशत नियोक्ता अगले तीन महीनों में अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की...
नेशनल डेस्क. भारत में नियोक्ताओं ने जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही के लिए सबसे मजबूत रोजगार परिदृश्य की उम्मीद जताई है। सर्वे में 3,000 से अधिक नियोक्ताओं से डेटा एकत्र किया गया, जिसमें 53 प्रतिशत नियोक्ता अगले तीन महीनों में अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
मैनपावरग्रुप इंडिया और मिडिल ईस्ट के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा कि भारत अब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और 2025 की पहली तिमाही के लिए रोजगार परिदृश्य में इसका वैश्विक नेतृत्व नियोक्ताओं के विश्वास को दर्शाता है। मुद्रास्फीति में कमी और उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी के कारण आर्थिक विकास में तेजी की उम्मीद है। इसके अलावा अनुकूल मानसून के बाद कृषि उत्पादन में भी सुधार होने की संभावना है।
एआई के कारण आईटी क्षेत्र में रोजगार में वृद्धि
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में महत्वपूर्ण निवेश से आईटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा रोजगार (50%) पैदा होने की उम्मीद है। इसके अलावा वित्तीय और रियल एस्टेट क्षेत्रों से भी रोजगार में मजबूत योगदान की उम्मीद है।
उत्तर भारत में ज्यादा नौकरी की मांग
सर्वे के अनुसार, उत्तर भारत में नौकरी की सबसे ज्यादा मांग है, जहां रोजगार आउटलुक 41 प्रतिशत है। वहीं पश्चिमी भारत का आउटलुक 39 प्रतिशत है, जो इस क्षेत्र में भी नौकरी के अवसर बढ़ने का संकेत है।
रोजगार आउटलुक में 5% का सुधार
चौथी तिमाही के लिए रोजगार आउटलुक तीसरी तिमाही के मुकाबले 5 प्रतिशत अधिक रहने की उम्मीद है। मैनपावरग्रुप इंडिया का कहना है कि नियोक्ताओं के सकारात्मक दृष्टिकोण से यह साबित होता है कि भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत है, जो एक्सपोर्ट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के कारण है।