Edited By Parveen Kumar,Updated: 05 Nov, 2024 10:22 PM
त्योहारों के बाद अब शादी का सीजन शुरू होने वाला है, जो बाजारों में हलचल और खरीदारी को बढ़ा देता है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वेडिंग सीजन में 6 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है।
नेशनल डेस्क : त्योहारों के बाद अब शादी का सीजन शुरू होने वाला है, जो बाजारों में हलचल और खरीदारी को बढ़ा देता है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वेडिंग सीजन में 6 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है।
वेडिंग सीजन कब शुरू हो रहा है?
इस बार भारत में वेडिंग सीजन 12 नवंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान लगभग 48 लाख शादियां हो सकती हैं। इस समय में बहुत सारे लोगों की शादी के लिए शुभ तिथियां भी तय की गई हैं। नवंबर में 18 शुभ तिथियां हैं, जैसे 12, 13, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28, 29 नवंबर और दिसंबर में 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15 और 16 दिसंबर शुभ तिथियां हैं।
इस साल कारोबार ज्यादा होगा
CAIT के अनुसार, इस साल वेडिंग सीजन में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा कारोबार होने का अनुमान है। 2023 में लगभग 35 लाख शादियों से 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, जो इस साल की तुलना में काफी कम था। इस साल शुभ तिथियों की संख्या भी ज्यादा है, और केवल दिल्ली में 4.5 लाख शादियां हो सकती हैं, जिससे 1.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है।
क्या होगा खर्च?
इस बार लोग भारतीय उत्पादों में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' और 'आत्मनिर्भर भारत' के विजन की सफलता को दर्शाता है। CAIT ने शादियों के खर्च को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा है। उदाहरण के लिए:
- 10 लाख शादियों में प्रति शादी 3 लाख रुपये खर्च होंगे
- 10 लाख शादियों में प्रति शादी 6 लाख रुपये खर्च होंगे
- 10 लाख शादियों में प्रति शादी 10 लाख रुपये खर्च होंगे
- 7 लाख शादियों में प्रति शादी 25 लाख रुपये खर्च होंगे
- कुछ शादियों में 1 करोड़ रुपये तक का खर्च हो सकता है
खर्च का breakdown
CAIT ने बताया कि शादियों के दौरान विभिन्न चीजों पर कितना खर्च होता है, जैसे:कपड़े, लहंगे, साड़ी आदि: 10% खर्च
आभूषण: 15% खर्च
इलेक्ट्रॉनिक्स: 5% खर्च
खाने-पीने का सामान, सूखे मेवे, मिठाई: 5% खर्च
होटल, बैंक्वेट हॉल, इवेंट मैनेजमेंट: 5-10% खर्च
इसके अलावा, सजावट, परिवहन, फोटोग्राफी, और संगीत पर भी खर्च होता है।