Edited By Rahul Singh,Updated: 01 Aug, 2024 05:15 PM
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के दूसरे भाग, यानी अगस्त और सितंबर में पूरे देश में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। यह जानकारी गुरुवार को आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने एक...
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के दूसरे भाग, यानी अगस्त और सितंबर में पूरे देश में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। यह जानकारी गुरुवार को आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने एक ऑनलाइन प्रेस वार्ता में दी।
अधिक बारिश की संभावना वाले क्षेत्र:
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़: जुलाई में इन क्षेत्रों में कम बारिश हुई थी। लेकिन अगस्त और सितंबर में इन राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी अधिक बारिश की संभावना जताई गई है।
कम बारिश की संभावना वाले क्षेत्र:
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत: इन क्षेत्रों के आस-पास के कुछ हिस्सों में, लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ के कई हिस्सों में, और मध्य तथा प्रायद्वीपीय भारत के अलग-अलग हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
अगस्त में वर्षा: अगस्त के दौरान पूरे देश में मासिक वर्षा सामान्य सीमा 94 से 106 प्रतिशत के भीतर रहने की संभावना है। हालांकि, मध्य और उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी हिस्सों, पूर्वी भारत के पूर्वोत्तर और आसपास के क्षेत्रों, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का पूर्वानुमान है।
तापमान: अगस्त में अधिकांश क्षेत्रों में सामान्य से अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। इसके विपरीत, गंगा के मैदानों, मध्य भारत और भारत के दक्षिण-पूर्वी तट के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगस्त के अंत तक मानसून के मौसम के दूसरे भाग में ला नीना के विकसित होने की संभावना है। यह स्थिति सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान को जन्म दे सकती है। आईएमडी ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे मौसम के पूर्वानुमान पर नजर रखें और बारिश से संबंधित किसी भी घटना के प्रति सतर्क रहें। मौसम विभाग द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, सामान्य से अधिक बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए सभी को मौसम संबंधी तैयारियों में जुट जाना चाहिए।
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