Edited By Mahima,Updated: 23 Oct, 2024 03:17 PM
दिल्ली के भीतर वाहनों के दबाव को कम करने और प्रदूषण पर लगाम लगाने के मकसद से बनाई जा रही दिल्ली की तीसरी रिंग रोड का काम लगभग पूरा हो चुका है। सरकार ने इस पर दिसंबर से वाहनों को दौड़ाने की तैयारी पूरी कर ली है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली के भीतर वाहनों के दबाव को कम करने और प्रदूषण पर लगाम लगाने के मकसद से बनाई जा रही दिल्ली की तीसरी रिंग रोड का काम लगभग पूरा हो चुका है। सरकार ने इस पर दिसंबर से वाहनों को दौड़ाने की तैयारी पूरी कर ली है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डी.डी.ए.) की इस महत्वपूर्ण अर्बन एक्सटेंशन रोड की प्रगति का जायजा लेने के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और इस पर यातायात के संचालन की तैयारियों का जायजा लिया है।
पांच चरणों में तैयार होगी परियोजना
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि करीब 75.71 किलोमीटर लंबी इस इस परियोजना को पांच चरणों मे बनाया जा रहा है। इस यू.ई.आर.-2 के 54.21 किलोमीटर वाले दिल्ली के हिस्से को तीन चरणों मे बनाया जा रहा है, जिसका लगभग काम पूरा हो चुका है। यू.ई.आर.-2 का पहला चरण एन.एच.-1 दिल्ली-पानीपत हाईवे इंटरसेक्शन से कराला-कंझावला रोड तक (15.70 किलोमीटर) लंबा है, जिसका 99 फीसदी काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में कराला-कंझावला रोड से नांगलोई-नजफगढ़ रोड (13.45 किलोमीटर) है, जिसका 83.70 फीसदी काम हुआ है। तीसरा चरण नांगलोई-नजफगढ़ रोड से द्वारका सेक्टर-24 (9.66 किलोमीटर) का है, जिसका कार्य पूरा हो गया है। वहीं, 21.50 किलोमीटर हरियाणा के हिस्से में आता है। यह यू.ई.आर.-2 अलीपुर के पास दिल्ली-पानीपत से शुरू होगी। इस रिंग रोड पर दिसम्बर महीने से यातायात शुरू होने की संभावना है।
दिल्ली एयरपोर्ट का सफर कितना होगा आसान
इस रोड के शुरू होने से आउटर (बाहरी) रिंग रोड और इनर (आतंरिक) रिंग रोड से करीब ढाई लाख वाहनों का बोझ कम होने की उम्मीद है। 3600 करोड़ की लागत से बन रहे इस यू.ई.आर.-2 की शुरुआत से अलीपुर से दिल्ली एयरपोर्ट का सफर काफी आसान हो जाएगा। हरियाणा के सोनीपत और गुरुग्राम से जोड़ेगा. बाहरी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में भी आवागमन में सुधार होगा। यह परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे) को दक्षिणी दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 से जोड़ती है। बवाना, नरेला-कंझावला, मुंडका और द्वारका सहित कई दूसरे इलाके जुड़ जाएंगे। सोनीपत,जींद, नजफगढ़ से बहादुरगढ़ तक जाने वाला एक मार्ग हरियाणा में गुरुग्राम से द्वारका एक्सप्रेसवे से भी जुड़ता है। यह आगे चलकर पूर्वी और पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेस वे को भी जोड़ता है।