Edited By Rahul Singh,Updated: 29 Nov, 2024 08:14 PM
अग्नि-5 मिसाइल भारतीय रक्षा विज्ञान संगठन (DRDO) और भारत डायनमिक्स लिमिटेड (BDL) ने मिलकर तैयार की है। इस मिसाइल की रेंज 5000 किलोमीटर से भी अधिक है, और यह एक साथ कई लक्ष्य को निशाना बना सकती है।
नैशनल डैस्क : भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 8 से 10 दिसंबर तक रूस के दौरे पर रहेंगे। उनके इस महत्वपूर्ण दौरे से पहले, रूसी मीडिया संगठन स्पुतनिक ने भारत की परमाणु मिसाइलों का एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में भारत की उन मिसाइलों को दिखाया गया है, जो न केवल सटीकता से दुश्मन को निशाना बनाती हैं, बल्कि परमाणु हमलों में भी सक्षम हैं। वीडियो में पांच प्रमुख मिसाइलों को दिखाया गया है जो भारत के परमाणु बल को मजबूती प्रदान करती हैं। आइए जानते हैं उन मिसाइलों के बारे में विस्तार से:
1. अग्नि-5 ICBM (Intercontinental Ballistic Missile)
अग्नि-5 मिसाइल भारतीय रक्षा विज्ञान संगठन (DRDO) और भारत डायनमिक्स लिमिटेड (BDL) ने मिलकर तैयार की है। इस मिसाइल की रेंज 5000 किलोमीटर से भी अधिक है, और यह एक साथ कई लक्ष्य को निशाना बना सकती है। इस मिसाइल में MIRV (Multiple Independently Targetable Reentry Vehicles) तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे यह एक साथ 2 से 10 लक्ष्यों को सटीकता से निशाना बना सकती है। अग्नि-5 की गति 29,401 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह रिंग लेजर गाइरोस्कोप, GPS और NavIC सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम से लैस है। इसकी लंबाई 17.5 मीटर और व्यास 2 मीटर है, और यह 1500 किलोग्राम का परमाणु हथियार ले जा सकती है।
2. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
भारत की सबसे ताकतवर क्रूज मिसाइल, ब्रह्मोस, भारतीय सेना की तीनों शाखाओं द्वारा इस्तेमाल की जाती है। ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज 500 किलोमीटर है और यह 3000 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ सकती है। भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमानों से इस मिसाइल को दागा जा सकता है। यह मिसाइल किसी भी दुश्मन के रडार को धोखा दे सकती है क्योंकि यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है। इसके कई वैरिएंट्स हैं, जिनमें नौसैनिक, जमीन पर आधारित और पनडुब्बी से लॉन्च किए जाने वाले संस्करण शामिल हैं।
3. K-4 SLBM (Submarine Launched Ballistic Missile)
K-4 SLBM मिसाइल भारतीय नौसेना के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसकी रेंज 3500 किलोमीटर है, और यह समुद्र से दागी जा सकती है। यह मिसाइल भारतीय पनडुब्बियों, जैसे INS अरिहंत और अरिघट, से लॉन्च की जा सकती है। इस मिसाइल के द्वारा भारत को "सेकेंड स्ट्राइक" की क्षमता मिलती है, जिसका मतलब है कि यदि दुश्मन भारत पर परमाणु हमला करता है, तो भारत अपनी पनडुब्बियों से जवाबी हमला कर सकता है। K-4 का वजन 17 टन है और इसकी लंबाई 39 फीट है।
4. पृथ्वी SRBM (Short Range Ballistic Missile)
पृथ्वी-2 एक छोटी और हल्की मिसाइल है, जिसकी रेंज 350 किलोमीटर है। यह एक सिंगल स्टेज लिक्विड फ्यूल मिसाइल है, जिसमें 500 से 1000 किलोग्राम तक परमाणु या पारंपरिक युद्ध सामग्री लगी हो सकती है। यह मिसाइल दुश्मन के एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम को धोखा देने की क्षमता रखती है और बेहद सटीक निशाना लगाती है। पृथ्वी-2 को भारतीय सेना के लिए तैयार किया गया था, और इसे आसानी से सड़क मार्ग पर चलने वाले लॉन्चर से फायर किया जा सकता है।
5. K-15 सागरिका
K-15 सागरिका मिसाइल पनडुब्बी से दागी जाने वाली परमाणु मिसाइल है, जिसकी रेंज 750 से 1500 किलोमीटर है। यह मिसाइल भी बेहद तेज है और इसकी गति 9260 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके अलावा, इसका एक जमीनी संस्करण भी है जिसे शौर्य कहा जाता है। शौर्य मिसाइल हाइपरसोनिक है और यह पारंपरिक और परमाणु हथियार दोनों लेकर जा सकती है। शौर्य की रेंज 700 से 1900 किलोमीटर तक है और इसकी गति 9500 किलोमीटर प्रति घंटा है।
भारत की ये मिसाइलें न केवल देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं, बल्कि यह भारत के परमाणु सिद्धांत "पहले हमला न करने" की नीति के तहत दुश्मन को एक सशक्त जवाब देने की क्षमता भी प्रदान करती हैं। इन मिसाइलों की तकनीक और मारक क्षमता भारत को अपनी रक्षा के मामले में एक मजबूत स्थिति प्रदान करती है।