Edited By Mahima,Updated: 24 Mar, 2025 10:20 AM

Vitamin B12 की कमी शरीर में कई गंभीर लक्षण उत्पन्न कर सकती है, जैसे थकान, झुनझुनी, पीली त्वचा, सांस लेने में तकलीफ, और मानसिक समस्याएं। इसके कारण एनीमिया और तंत्रिका तंत्र में भी समस्याएं हो सकती हैं। Vitamin B12 की कमी से बचने के लिए मांस, मछली,...
नेशनल डेस्क: Vitamin B12, जिसे कोबालामिन भी कहा जाता है, शरीर के लिए एक अत्यंत आवश्यक पोषक तत्व है। यह शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों में सहायक होता है, जैसे लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण, तंत्रिका तंत्र का स्वास्थ्य बनाए रखना और डीएनए के निर्माण में मदद करना। यदि शरीर में Vitamin B12 की कमी हो जाती है, तो यह कई प्रकार के स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इसलिए इस Vitamin की कमी के लक्षणों को पहचानना और समय रहते इसका इलाज करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Vitamin B12 की कमी के लक्षण:-
1. लगातार थकान और कमजोरी
Vitamin B12 की कमी के कारण शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे थकान और मांसपेशियों की कमजोरी महसूस होती है। यह स्थिति आराम करने के बाद भी ठीक नहीं होती और धीरे-धीरे बढ़ने लगती है। खासकर उन लोगों में यह लक्षण अधिक दिखाई देते हैं जो लंबे समय तक शारीरिक श्रम करते हैं।
2. हाथों और पैरों में झुनझुनी और सुन्नता
जब शरीर में Vitamin B12 की कमी होती है, तो तंत्रिका तंत्र प्रभावित होने लगता है। इसका परिणाम हाथों, पैरों और कभी-कभी जीभ में सुन्नता और झुनझुनी के रूप में होता है। यह एक प्रारंभिक लक्षण हो सकता है, और समय के साथ यह स्थिति और गंभीर हो सकती है, जिससे चलने-फिरने में भी समस्या हो सकती है।
3. मूड स्विंग और अवसाद
Vitamin B12 की कमी से मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ता है। यह मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन, बेचैनी, और अवसाद जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। यदि किसी व्यक्ति में Vitamin B12 की कमी के लक्षणों के साथ-साथ मानसिक परेशानी भी हो रही है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
4. पीली त्वचा और आँखों में पीलापन
Vitamin B12 की कमी से एनीमिया (रक्त की कमी) हो सकता है, जिससे रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है। इसका असर त्वचा पर पड़ता है, और त्वचा पीली दिखाई देने लगती है। इसके साथ ही आंखों के सफेद भाग में भी पीलापन आ सकता है, जिसे बिलीरुबिन के बढ़ने के कारण देखा जा सकता है।
5. सांस लेने में तकलीफ
Vitamin B12 की कमी से लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण ठीक से नहीं हो पाता, जिससे एनीमिया की स्थिति उत्पन्न होती है। एनीमिया से रक्त में ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित होता है और इससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इस समस्या का सामना विशेष रूप से तब होता है जब व्यक्ति शारीरिक गतिविधि करता है।
6. हार्ट पल्पिटेशन
जब शरीर में Vitamin B12 की कमी होती है, तो यह दिल की धड़कन को असामान्य बना सकता है। इसका परिणाम तेज दिल की धड़कन या पल्पिटेशन के रूप में हो सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को घबराहट और चक्कर भी आ सकते हैं।
7. मानसिक भ्रम और याददाश्त की समस्या
Vitamin B12 की कमी से मानसिक स्थिति में भी गड़बड़ी हो सकती है। इसे कभी-कभी डिमेंशिया या मानसिक भ्रम के रूप में देखा जा सकता है। याददाश्त कमजोर होना और चीज़ों को भूल जाना इस स्थिति का हिस्सा हो सकते हैं।
Vitamin B12 की कमी से बचने के उपाय
चूंकि शरीर स्वाभाविक रूप से Vitamin B12 का निर्माण नहीं कर सकता, इसलिए यह आहार के माध्यम से प्राप्त करना अत्यंत आवश्यक है। इस Vitamin का मुख्य स्रोत पशु उत्पाद होते हैं, जैसे मांस, मछली, अंडे, दूध, पनीर और दही। इसके अलावा, कुछ खाद्य पदार्थों को B12 से समृद्ध किया जाता है, जैसे फोर्टिफाइड सीरियल, पौधों पर आधारित दूध (सोया, बादाम दूध) और नट बटर।
Vitamin B12 की कमी को पूरा करने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है:
- मांस और मछली: मांस (गोमांस, चिकन) और मछली (सलमन, ट्राउट, सार्डिन) Vitamin B12 के सर्वोत्तम स्रोत होते हैं।
- डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी उत्पादों में B12 की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।
- अंडे: अंडे में भी Vitamin B12 की अच्छी खुराक मिलती है, खासकर अंडे की जर्दी में।
- फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ: कई पौधों पर आधारित उत्पाद जैसे सोया दूध, चावल, और सीरियल को B12 से फोर्टिफाई किया जाता है।
- टेम्पेह और नाट्स: शाकाहारी व्यक्ति इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
Vitamin B12 की कमी के लक्षणों को पहचानना और उपचार करवाना बहुत जरूरी है। अगर आप लगातार थकान, मूड स्विंग, हाथों-पैरों में झुनझुनी, पीली त्वचा या सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आपको Vitamin B12 के स्तर की जांच करानी चाहिए। इसे आहार के माध्यम से सही मात्रा में प्राप्त करना आवश्यक है ताकि शरीर सही ढंग से काम कर सके और किसी प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं न हों।