Edited By Parveen Kumar,Updated: 20 Mar, 2025 06:49 PM

कई बार हम अलग-अलग बीमारियों के इलाज के लिए दवाएं लेते हैं, लेकिन कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है और धुंधला दिखना, आंखों में दर्द, लालिमा, सूखापन या दोहरी दृष्टि जैसी समस्याएं हो सकती...
नेशनल डेस्क : कई बार हम अलग-अलग बीमारियों के इलाज के लिए दवाएं लेते हैं, लेकिन कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है और धुंधला दिखना, आंखों में दर्द, लालिमा, सूखापन या दोहरी दृष्टि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर किसी दवा के कारण आपकी आंखों में कोई परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर दवा की खुराक बदलवाना या दूसरी दवा लेना जरूरी हो सकता है।
क्यों होती है यह समस्या?
उच्च रक्तचाप, एलर्जी और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए ली जाने वाली दवाएं कभी-कभी आंखों को प्रभावित कर सकती हैं। इससे आंखों में सूजन, रक्त प्रवाह में कमी और संवेदनशीलता बढ़ सकती है। कुछ मामलों में, आंखों की पुतली का आकार भी प्रभावित होता है, जिससे रोशनी के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
दवाएं जो आंखों पर असर डाल सकती हैं
1. एलेंड्रोनेट (फोसामैक्स)
ऑस्टियोपोरोसिस के इलाज में उपयोग होने वाली यह दवा आंखों में सूजन और जलन पैदा कर सकती है।
लक्षण: धुंधली दृष्टि, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, आंखों में दर्द और लालिमा।
2. टोपिरामेट (टोपामैक्स)
यह दवा दौरे, माइग्रेन और मूड विकारों के इलाज में दी जाती है, लेकिन यह आंखों की ऑप्टिक तंत्रिका को प्रभावित कर सकती है।
लक्षण: आंखों में तेज दर्द, सिरदर्द, धुंधली दृष्टि, निकट दृष्टि दोष और पुतलियों का असामान्य रूप से फैलना।
3. आइसोट्रेटिनॉइन (एक्यूटेन)
यह मुंहासे के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा है, लेकिन इससे आंखों में सूखापन और सूजन हो सकती है।
लक्षण: पलकों की सूजन, रोशनी देखकर आंखों में खुजली और आंखों के अंदर सूजन।
4. एमियोडेरोन (कॉर्डेरोन)
यह दवा अनियमित दिल की धड़कन (एट्रियल फाइब्रिलेशन) के इलाज में दी जाती है, लेकिन यह आंखों में जटिलताएं पैदा कर सकती है।
लक्षण: कॉर्निया पर घुमावदार पैटर्न बनना (भंवर केराटोपैथी), रोशनी के चारों ओर प्रभामंडल दिखना और दृष्टि में बदलाव।
कैसे करें बचाव?
- दवा लेने से पहले डॉक्टर से इसके संभावित दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी लें।
- अगर आंखों में कोई असामान्य बदलाव दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं, खासकर अगर आप लंबे समय तक कोई दवा ले रहे हैं।
- अगर किसी दवा से आपकी आंखों पर असर पड़ रहा है, तो डॉक्टर आपकी दवा की खुराक बदल सकते हैं या दूसरी दवा दे सकते हैं। अपनी आंखों की सेहत को नजरअंदाज न करें और समय रहते उचित कदम उठाएं।