Edited By Harman Kaur,Updated: 29 Sep, 2024 12:28 PM
भारत में अब डेंगू वायरस का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि भारतीय वैज्ञानिकों ने डेंगू के खिलाफ एक देसी वैक्सीन तैयार कर ली है। यह वैक्सीन पहले दो फेज़ के ट्रायल पार कर चुकी है और अब फेज-3 का ट्रायल दिल्ली समेत पूरे देश में शुरू हो गया है। इस ट्रायल की...
नेशनल डेस्क: भारत में अब डेंगू वायरस का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि भारतीय वैज्ञानिकों ने डेंगू के खिलाफ एक देसी वैक्सीन तैयार कर ली है। यह वैक्सीन पहले दो फेज़ के ट्रायल पार कर चुकी है और अब फेज-3 का ट्रायल दिल्ली समेत पूरे देश में शुरू हो गया है। इस ट्रायल की सफलता से डेंगू वायरस को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण प्रगति हो सकती है।
देश में 18 राज्यों में 19 सेंटरों पर ट्रायल चल रहा है, जिसमें दिल्ली का राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल भी शामिल है। यहां 10,335 स्वस्थ लोगों पर ट्रायल किया जाएगा और प्रत्येक सेंटर पर औसतन 545 लोगों को शामिल किया जाएगा। ट्रायल के बाद 2 सप्ताह का फॉलोअप होगा।
RML अस्पताल की निदेशक डॉ. नीलम रॉय ने बताया कि ट्रायल में 70% प्रतिभागी 18-45 साल की उम्र के होंगे, और 30% लोग 45 साल से ऊपर के होंगे। फेज-1 और फेज-2 के सफल ट्रायल के बाद ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने फेज-3 के ट्रायल की अनुमति दी थी। वैक्सीन का स्ट्रेन अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ से लिया गया है, और इसका रिसर्च ICMR और भारतीय कंपनी पैनेसिया बायोटेक मिलकर कर रहे हैं।
वैक्सीन मार्केट में कब आएगी?
फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल 2018-19 में किए गए थे। अच्छे रिजल्ट मिलने पर 3CMR ने फेज-3 ट्रायल के लिए पैनेसिया बायोटेक के साथ करार किया है। फेज-3 ट्रायल के बाद, वैक्सीन के बाजार में आने में कम से कम 2 साल लग सकते हैं।
डेंगू का खतरा
डेंगू का प्रकोप दुनिया के 129 देशों में है और भारत टॉप-30 देशों में शामिल है, जहां इसका सबसे ज्यादा असर है। डेंगू बच्चों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है और वयस्कों में प्लेटलेट्स कम होने से जोखिम बढ़ जाता है। अब इस वायरस के चारों स्ट्रेन पर काम कर रही वैक्सीन पर तेजी से काम चल रहा है।