Edited By rajesh kumar,Updated: 27 Oct, 2024 07:48 PM
कनफ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को कहा कि इस वर्ष दीपावली के त्योहारों पर 4.25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है।
नेशनल डेस्क: कनफ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को कहा कि इस वर्ष दीपावली के त्योहारों पर 4.25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है। खंडेलवाल ने आज यहां बताया कि दिल्ली और देश भर के बाजारों में दिवाली और अन्य त्योहारों की श्रृंखला को देखते हुए बड़े ज़ोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं।
4.25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने का अनुमान
उन्होंने बताया, 'दिल्ली सहित देश के सभी महानगरों, टियर-2 तथा टियर- 3 शहरों सहित क़स्बों तथा गांवों के बाज़ारों में दुकानों को दिवाली की थीम के अनुसार सजाया जाएगा। रंग-बिरंगी लाइट्स, रंगोली,और अन्य सजावट का खास ख्याल रखा जा रहा है, ताकि ग्राहकों को त्योहार का माहौल मिले और अधिक से अधिक लोग बाज़ारों की तरफ़ आकर्षित हो सकें।' इस वर्ष रक्षा बंधन, नवरात्र और करवा चौथ पर बाज़ारों में बढ़ती भीड़ और हुए व्यापार को देखते हुए दिवाली के त्योहारों पर व्यापारियों ने 4.25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने का अनुमान लगाया है। सिर्फ दिल्ली में यह व्यापार लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपए के होने की उम्मीद है।
व्यापारियों ने स्टॉक बढ़ाना किए शुरू
खंडेलवाल ने बताया कि त्योहार के दौरान मांग में भारी वृद्धि को ध्यान में रखते हुए व्यापारियों ने पहले से ही विभिन्न वस्तुओं के अपने स्टॉक को बढ़ाना शुरू कर दिया है जिसमें खासकर गिफ्ट आइटम्स, कपड़े, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, फ़र्निशिंग, सजावट सामग्री, पूजा सामग्री, रंगोली, देवी देवताओं की फ़ोटो एवं मूर्तियां, रेडीमेड गारमेंट्स, खिलौने, खाद्य वस्तुएं, कॉन्फ़ेक्शनरी, बिजली का सामान, कंज्यूमर डयूरेबल्स, आदि मुख्य हैं।
ग्राहक को आकर्षित करने के लिए बनाया प्लान
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया कि ग्राहक को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की छूट और प्रमोशनल ऑफ़र देने पर भी विचार किया जा रहा है। दुकानदार कस्टमर को लुभाने के लिए ‘बाय वन-गेट वन' या दिवाली डिस्काउंट्स जैसी योजनाएं चला सकते हैं उन्होंने कहा कि चूंकि दिवाली के समय बाजारों में भारी भीड़ होती है, इसलिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम करने का आग्रह किया जा रहा हैं। ट्रेड एसोसिएशन भी अपने स्तर पर अतिरिक्त प्राइवेट सुरक्षा गार्ड रखने की योजना बना रही हैं।