Edited By Harman Kaur,Updated: 10 Feb, 2025 04:08 PM

क्या नहाना सच में इतना जरूरी है? इस सवाल को चुनौती देने के लिए एक डॉक्टर ने 5 साल तक शॉवर नहीं लेने का निर्णय लिया। डॉ. जेम्स हैम्बलिन, जो एक निवारक चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं, ने यह जानने के लिए यह कदम उठाया कि हमारी त्वचा को...
नेशनल डेस्क: क्या नहाना सच में इतना जरूरी है? इस सवाल को चुनौती देने के लिए एक डॉक्टर ने 5 साल तक शॉवर नहीं लेने का निर्णय लिया। डॉ. जेम्स हैम्बलिन, जो एक निवारक चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं, ने यह जानने के लिए यह कदम उठाया कि हमारी त्वचा को कितनी सफाई की जरूरत होती है। उन्होंने अपने अनुभव को 2020 में अपनी किताब "Clean: The New Science of Skin" में साझा किया।
बिना नहाए कैसे रखा शरीर का ख्याल?
लोगों का सबसे बड़ा सवाल था कि बिना नहाए उनका शरीर गंदा या बदबूदार कैसे नहीं हुआ? डॉ. हैम्बलिन का कहना था कि उन्होंने अपने हाथ नियमित रूप से साबुन से धोए, बालों को जरूरत पड़ने पर गीला किया और जब शरीर पर गंदगी दिखी तो पानी से उसे साफ किया। इस दौरान, शरीर से कोई बदबू नहीं आई।
'ज्यादा नहाने से त्वचा सूख सकती है...'
डॉ. हैम्बलिन के मुताबिक, जब हम शॉवर लेते हैं, खासकर गर्म पानी और साबुन का इस्तेमाल करते हैं, तो हमारी त्वचा के प्राकृतिक तेल और माइक्रोबायोम (स्वाभाविक बैक्टीरिया) को नुकसान पहुंच सकता है। ये माइक्रोब्स हमारे शरीर की सुरक्षा प्रणाली में अहम भूमिका निभाते हैं। ज्यादा नहाने से त्वचा सूख सकती है और शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है।
क्या हर दिन नहाना जरूरी है?
डॉ. हैम्बलिन का मानना है कि स्वच्छता और नहाना अलग-अलग बातें हैं। स्वच्छता का मतलब बीमारियों से बचाव, जैसे हाथ धोना और सफाई रखना है, जबकि नहाना ताजगी और सुंदरता से जुड़ा है। उनका कहना है कि समाज और बाजार के दबाव के कारण हम रोज़ नहाने की आदत डाल चुके हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए जरूरी नहीं है। डॉ. हैम्बलिन की स्टडी यह सवाल उठाती है कि क्या हमें सच में रोज़ नहाने की जरूरत है, या यह सिर्फ एक आदत है? यह जरूरी नहीं कि सभी के लिए रोज़ नहाना अनिवार्य हो, बल्कि हमें अपनी त्वचा की जरूरतों को समझते हुए सफाई का तरीका अपनाना चाहिए।