अद्भुत है यह गणेश मंदिर: हिंदू ही नहीं मुस्लिम भी करते हैं पूजा, निकाह का देते हैं पहला निमंत्रण

Edited By rajesh kumar,Updated: 07 Sep, 2024 03:54 PM

this ganesh temple is amazing not only hindus muslims also worship here

आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है, और इसी मौके पर राजस्थान के डीडवाना (Didwana) के प्रसिद्ध दोजराज गणेश मंदिर (Dojraj Ganesh Mandir) में भगवान गणेश की 9 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। यह प्रतिमा राजस्थान की सबसे...

नेशनल डेस्क: आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है, और इसी मौके पर राजस्थान के डीडवाना (Didwana) के प्रसिद्ध दोजराज गणेश मंदिर (Dojraj Ganesh Mandir) में भगवान गणेश की 9 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। यह प्रतिमा राजस्थान की सबसे ऊंची गणेश प्रतिमा मानी जा रही है। इससे बड़ी गणेश प्रतिमा अब तक सिर्फ इंदौर (Indore) के "बड़ा गणपति" मंदिर में ही है।

मुस्लिम समुदाय के लोग भी करते हैं गणेश जी की पूजा
इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां न केवल हिंदू समुदाय के लोग, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी अपने निकाह का पहला निमंत्रण भगवान गणेश को चढ़ाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां शादी का पहला निमंत्रण देने से हर कार्य बिना रुकावट के पूरा हो जाता है।

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160 साल पुराना है दोजराज गणेश मंदिर का इतिहास
दोजराज गणेश मंदिर की स्थापना करीब 160 साल पहले हुई थी। मंदिर के पुजारी रामावतार दाधीच बताते हैं कि उस समय निरंजनी संप्रदाय के संत यहां से गुजर रहे थे और पाढ़ाय माता मंदिर जा रहे थे। जब वे इस स्थान पर रुके, तो दुन्दराज नामक एक साधु ने मिट्टी से भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमा बनाई। इस घटना के बाद, डीडवाना के लोगों ने वहां गणेश प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करवाई और तब से यह मंदिर इसी स्थान पर स्थित है।

मंदिर में विराजमान हैं गणेश जी के साथ नाग, शेर, और तोते की मूर्तियां
इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां गणेश जी की मूर्ति के पास उनकी पत्नियों रिद्धि और सिद्धि की मूर्तियां भी स्थापित हैं। मंदिर परिसर में एक दिशा में बालाजी और दूसरी दिशा में राम दरबार भी है। खास बात यह है कि भगवान गणेश के बगल में नाग देवता की भी मूर्ति है। मंदिर के मुख्य द्वार पर दो शेरों की और पास में तोते की मूर्तियां भी स्थापित हैं, जो इस मंदिर को अन्य मंदिरों से अलग बनाती हैं।

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गणेश चतुर्थी पर 200 किलो मोदक का भोग
गणेश चतुर्थी के मौके पर इस मंदिर में हर साल भव्य मेला आयोजित होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु डीडवाना और आस-पास के क्षेत्रों से आते हैं। इस दिन भगवान गणेश को 200 किलो मोदक का भोग लगाया जाता है और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए मंदिर ट्रस्ट की पहल
मंदिर ट्रस्ट की ओर से हर साल पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम किए जाते हैं। लोगों को तुलसी और अन्य पौधे वितरित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाता है। इस गणेश चतुर्थी पर दोजराज गणेश मंदिर में एक बार फिर से भक्तों का तांता लगने वाला है, और लोग भगवान गणेश की भव्य मूर्ति के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।

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