Edited By rajesh kumar,Updated: 22 Aug, 2024 02:17 PM
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport Delhi) के टर्मिनल 2 पर मंगलवार सुबह (20 अगस्त) को एक यात्री को दिल का दौरा पड़ा और बेहोश हो गया। इससे पहले कि उसे चिकित्सीय मदद मिलती, वहां मौजूद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान ने शख्स...
नेशनल डेस्क: इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport Delhi) के टर्मिनल 2 पर मंगलवार सुबह (20 अगस्त) को एक यात्री को दिल का दौरा पड़ा और बेहोश हो गया। इससे पहले कि उसे चिकित्सीय मदद मिलती, वहां मौजूद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान ने शख्स को CPR देकर उसकी जान बचा ली। इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
CISF के अधिकारियों के मुताबिक, आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 से श्रीनगर के लिए उड़ान भरने जा रहे आर्शिद अयूब को दिल का दौरा पड़ा और वह बेहोश हो गए। इसके बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की त्वरित प्रतिक्रिया टीम तुरंत हरकत में आई। उन्होंने बिना समय गंवाए अयूब को CPR दी, जिससे उनकी स्थिति स्थिर हो गई। इसके बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं, अर्शिद अयूब के परिवार ने CISF का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय पर बेटे को सहायता न मिलती तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।
क्या है CPR?
सीपीआर (CPR) का पूरा नाम कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (Cardiopulmonary Resuscitation) है। यह एक इमरजेंसी जीवन रक्षक प्रक्रिया है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद कर देता है या वह सांस लेना बंद कर देता है। सीपीआर का मुख्य उद्देश्य दिल और मस्तिष्क को ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति बनाए रखना है ताकि मस्तिष्क और अन्य अंगों को क्षति न पहुंचे।
सीपीआर के तीन चरण:
- चेस्ट कम्प्रेशन्स (Chest Compressions): व्यक्ति के सीने पर हाथ रखकर बार-बार दबाव डालते हैं ताकि रक्त को दिल और मस्तिष्क में पंप किया जा सके।
- एयरवे खोलना (Airway Opening): व्यक्ति की ठोड़ी को उठाकर और सिर को पीछे की ओर झुकाकर उसकी सांस की नली को खोलते हैं।
- रेस्क्यू ब्रीदिंग (Rescue Breathing): मुंह से मुंह या नाक के जरिए व्यक्ति के फेफड़ों में हवा भरने की कोशिश करते हैं ताकि वह सांस लेना शुरू कर सके।