Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Nov, 2024 05:38 PM
जब भी बात खाने की होती है, दिल खुद-ब-खुद खुश हो जाता है। भोजन ऐसी चीज है जो किसी का भी मूड तुरंत बदल सकती है और कुछ देर के लिए सारी परेशानियों को भुला देती है।
नेशनल डेस्क : जब भी बात खाने की होती है, दिल खुद-ब-खुद खुश हो जाता है। भोजन ऐसी चीज है जो किसी का भी मूड तुरंत बदल सकती है और कुछ देर के लिए सारी परेशानियों को भुला देती है। दुनिया के अलग-अलग देशों में खाने की अपनी-अपनी परंपराएं हैं, जो वेज भी हो सकती हैं और नॉन-वेज भी। आजकल, सोशल मीडिया और वैश्वीकरण के कारण किसी भी देश का खाना अब सीमित नहीं रह गया है, बल्कि वह पूरी दुनिया में फैल चुका है। सबसे खास बात यह है कि इन डिशेज़ को अब दुनियाभर में उतना ही प्यार मिल रहा है जितना उन्हें अपने देश में मिलता है।
इनमें से एक डिश ऐसी है, जिसने सिर्फ कुछ देशों में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के दिलों और दिमाग में अपनी जगह बना ली है। यह डिश इतनी स्वादिष्ट है कि एक बार खाकर पेट तो भर जाता है, लेकिन मन नहीं भरता। इस डिश को बार-बार खाने का मन करता है। और आप समझ ही गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं – पिज़्ज़ा!
हम बात कर रहे हैं इटली के पिज़्ज़ा की, जो अब दुनिया भर में लोगों का पसंदीदा बन चुका है। पहले पिज़्ज़ा सिर्फ टीवी ऐड्स तक ही सीमित था, लेकिन अब यह हर किसी की थाली में पहुंच चुका है और स्ट्रीट फूड का एक प्रमुख हिस्सा बन गया है। हालांकि, पिज़्ज़ा की कई वैराइटी मौजूद हैं और उनके दाम भी अलग-अलग होते हैं, लेकिन एक ऐसा पिज़्ज़ा है जिसकी कीमत 77 लाख रुपये है।
यह पिज़्ज़ा इटली के सर्लेनो शहर में मिलता है, और इसका नाम है लुई-लुई XIII (Louis-Louis XIII)। इस पिज़्ज़ा का साइज सामान्य होता है, लेकिन इसकी कीमत इतनी ज्यादा क्यों है? इसका कारण है कि यह पिज़्ज़ा बनाने में बहुत खास सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है। इसे बनाने के लिए अरब के ऑर्गेनिक आटे का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे 72 घंटे पहले गूंथा जाता है।
सबसे खास बात यह है कि यह पिज़्ज़ा सिर्फ कुछ चुनिंदा शेफ ही बना सकते हैं। आटा गूंथने के बाद, इस पिज़्ज़ा पर ऑस्ट्रेलिया की मुर्रे नदी से निकला गुलाबी नमक डाला जाता है। इसके बाद इसमें ऑर्गेनिक सब्जियां, विभिन्न प्रकार के पनीर, और ऑलिव्स की टॉपिंग डाली जाती है। सबसे महंगी और खास बात यह है कि इस पिज़्ज़ा पर तीन तरह के विदेशी कैवियार और भूमध्यसागर की झींगा मछली का मांस भी डाला जाता है, जो इसे इतना महंगा बनाता है।