Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 21 Mar, 2025 03:20 PM

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 सीजन-18 का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है, और इससे ठीक पहले क्रिकेट की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट अंपायरिंग के दिग्गज अनिल चौधरी ने अपने करियर से संन्यास लेने का ऐलान किया है।
नेशनल डेस्क: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 सीजन-18 का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है, और इससे ठीक पहले क्रिकेट की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट अंपायरिंग के दिग्गज अनिल चौधरी ने अपने करियर से संन्यास लेने का ऐलान किया है। अब वह न तो इंटरनेशनल क्रिकेट और न ही आईपीएल में अंपायरिंग करते हुए नजर आएंगे। यह खबर क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी चौंकाने वाली घटना है, क्योंकि अनिल चौधरी ने अंपायर के रूप में कई महत्वपूर्ण मैचों में अपनी भूमिका निभाई है।
अंपायरिंग करियर की शुरुआत
अनिल चौधरी ने अपना अंपायरिंग करियर साल 2013 में शुरू किया था। अपनी शानदार अंपायरिंग से उन्होंने क्रिकेट जगत में एक विशेष पहचान बनाई। उन्होंने 12 टेस्ट मैचों, 49 वनडे और 131 आईपीएल मैचों में अंपायर के रूप में काम किया। उनके निर्णयों ने हमेशा खेल की निष्पक्षता को बनाए रखा, और उन्हें खिलाड़ियों के बीच सम्मान और विश्वसनीयता प्राप्त हुई।
अनिल चौधरी का नाम आईपीएल में हमेशा सम्मान के साथ लिया जाता है। आईपीएल जैसे बड़े और लोकप्रिय टूर्नामेंट में अंपायर का काम बेहद चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन अनिल चौधरी ने हमेशा अपने फैसलों से दर्शकों और खिलाड़ियों का दिल जीता। आईपीएल के कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में उनकी अंपायरिंग रही, और उनकी भूमिका हमेशा प्रभावशाली रही।
इंटरनेशनल क्रिकेट में भी थे सक्रिय
इसके अलावा, अनिल चौधरी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में भी अपनी शानदार अंपायरिंग से सभी का ध्यान आकर्षित किया। उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2023 में राजकोट में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। दिलचस्प बात यह है कि अनिल चौधरी ने 2013 में इसी मैदान पर अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी। यह एक खूबसूरत संयोग था, जिसमें उन्होंने अपने करियर का अंत भी वही किया।
कमेंट्री की ओर मुड़ा कदम
अपना अंपायरिंग करियर छोड़ने के बाद अनिल चौधरी ने कमेंट्री की दुनिया में कदम रखा है। उन्होंने इस बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया से बात की और बताया कि "मैं अब कमेंटेटर बन गया हूं। मेरे लिए प्रसारण करना थोड़ा अलग है, लेकिन मैं इससे काफी खुश हूं। पिछले छह महीनों से मैं माइक के पीछे हूं, और फरवरी-मार्च में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मैंने कमेंट्री की थी। हालांकि मैंने उस दौरान रणजी ट्रॉफी फाइनल में अंपायरिंग के लिए ब्रेक लिया था।" अनिल चौधरी ने यह भी कहा कि उनकी अंपायरिंग के बारे में दर्शकों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। "दर्शकों को लगता है कि मैं एक अलग दृष्टिकोण देता हूं, क्योंकि एक अंपायर का दृष्टिकोण पूरी तरह से अलग होता है," उन्होंने कहा।