Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 27 Mar, 2025 05:02 PM

कर्नाटक में दूध पीना अब महंगा हो गया है. राज्य सरकार ने 4 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है. सरकार का कहना है कि इस फैसले का पूरा फायदा किसानों को मिलेगा. इस कदम से एक तरफ जहां किसानों को राहत मिलेगी
नेशनल डेस्क: कर्नाटक में दूध पीना अब महंगा हो गया है. राज्य सरकार ने 4 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है. सरकार का कहना है कि इस फैसले का पूरा फायदा किसानों को मिलेगा. इस कदम से एक तरफ जहां किसानों को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर आम जनता पर इसका असर देखने को मिलेगा. कर्नाटक सरकार ने यह बढ़ोतरी किसानों और दुग्ध उत्पादक संघों की मांग को ध्यान में रखते हुए की है. किसानों का कहना था कि उत्पादन लागतलगातार बढ़ रही है, जिससे उन्हें घाटा उठाना पड़ रहा था. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पहले दूध के दाम बढ़ाने के खिलाफ थे, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया था कि अगर बढ़ोतरी होती है तो पूरी राशि किसानों को दी जाएगी. आखिरकार, सरकार ने कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया और अब दूध के दाम बढ़ाकर किसानों को सीधा लाभ देने की योजना बनाई गई है.
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) की भूमिका
कर्नाटक में नंदिनी दूध का उत्पादन और वितरण कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) द्वारा किया जाता है. KMF और किसान संगठनों ने 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ोतरी की मांग की थी, लेकिन सरकार ने 4 रुपये बढ़ाने का फैसला किया. इससे पहले, मार्च 2024 में भी नंदिनी दूध की कीमत बढ़ाने पर चर्चा हुई थी. उस समय किसान संगठनों ने MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) लागू करने और 10 रुपये प्रति लीटर की अंतरिम सहायता देने की मांग उठाई थी.
पहले भी बढ़ चुकी है दूध की कीमत
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25 जून 2024: कर्नाटक सरकार ने दूध की कीमत 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाई थी और हर पैकेट में 50 मिलीलीटर अतिरिक्त दूध देने का फैसला किया था.
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मार्च 2024: सरकार ने कीमत बढ़ाने की योजना बनाई थी, लेकिन अंतिम फैसला लंबित था.
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फरवरी 2024: किसान संगठनों ने बेंगलुरु में KMF ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और दूध की खरीद दर बढ़ाने की मांग की.
महंगाई से जूझ रहे उपभोक्ताओं पर असर
हाल ही में महंगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को दूध की कीमत में बढ़ोतरी से झटका लग सकता है. हालांकि सरकार का कहना है कि यह फैसला किसानों के हित में है और उत्पादन लागत को ध्यान में रखते हुए ही यह बढ़ोतरी की गई है.
किसानों को राहत, लेकिन आम जनता पर बोझ?
इस फैसले से सबसे बड़ा फायदा किसानों को मिलेगा, लेकिन आम उपभोक्ताओं की जेब पर इसका असर पड़ेगा. खाद्य वस्तुओं की कीमतें पहले ही बढ़ रही हैं और अब दूध भी महंगा हो गया है. अब देखना यह है कि सरकार इस फैसले से संतुलन कैसे बनाएगी.
नए दूध मूल्य का असर कब से होगा लागू?
सरकार के फैसले के बाद जल्द ही नए दाम बाजार में लागू हो जाएंगे. उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में नंदिनी दूध के नए रेट प्रभावी हो सकते हैं.