Edited By Utsav Singh,Updated: 15 Sep, 2024 07:23 PM
आज भी हमारे समाज में सेक्स एजुकेशन के बारे में खुलकर बात नहीं की जाती। कई लोग इस विषय पर चर्चा करने से हिचकिचाते हैं, जिससे बहुत से लोग अभी भी नहीं जानते कि बच्चे कैसे पैदा होते हैं। हाल ही में एक मुस्लिम एक्ट्रेस ने इस मुद्दे पर खुलासा किया है कि...
नेशनल डेस्क : आज भी हमारे समाज में सेक्स एजुकेशन के बारे में खुलकर बात नहीं की जाती। कई लोग इस विषय पर चर्चा करने से हिचकिचाते हैं, जिससे बहुत से लोग अभी भी नहीं जानते कि बच्चे कैसे पैदा होते हैं। हालांकि, समय के साथ थोड़ी बहुत जागरूकता आई है और अब लोग अपने दोस्तों या परिवार के साथ इस बारे में बात करने लगे हैं। फिर भी, कई लोग सही जानकारी के बिना ही महत्वपूर्ण बातें समझते हैं। हाल ही में एक मुस्लिम एक्ट्रेस ने इस मुद्दे पर खुलासा किया है कि उन्हें भी बच्चों के जन्म की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी, और इस खुलासे ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
उर्फी जावेद का खुलासा
अब आप सोच रहे होंगे कि यह एक्ट्रेस कौन हैं। दरअसल, यह वही मुस्लिम एक्ट्रेस हैं जो मुस्लिम होते हुए भी इस्लाम धर्म को नहीं मानतीं। हां, आपने सही पहचाना, यह कोई और नहीं बल्कि उर्फी जावेद हैं। उर्फी इन दिनों अपनी नई वेब सीरीज 'फॉलो कर लो यार' के कारण सुर्खियों में हैं और इसके प्रमोशन में भी सक्रिय हैं। हाल ही में उर्फी ने 'हॉटरफ्लाई के द मेल फेमिनिस्ट' पॉडकास्ट में हिस्सा लिया। इस पॉडकास्ट के दौरान उर्फी ने अपने परिवार और निजी जीवन के बारे में बात की, और खासतौर पर सेक्स एजुकेशन पर अपने अनुभव साझा किए।
'कसौटी' सीरियल से मिली गलतफहमी
उर्फी ने बताया कि एक बार उन्होंने टीवी शो 'कसौटी' का एक एपिसोड देखा, जिसमें दिखाया गया था कि एक दंपति अपनी बीमार बेटी के इलाज के लिए बच्चे पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। शो में दिखाया गया कि वे एक साथ सोए और अगले दिन महिला प्रेग्नेंट हो गई। इस सीन को देखकर उर्फी को ऐसा लगा कि बच्चे इसी तरह पैदा होते हैं।
गलतफहमी और उसके परिणाम
उर्फी ने कहा कि इस सीन को देखकर उन्हें ऐसा भ्रम हो गया कि बस किसी के बगल में सोने से ही बच्चे हो जाते हैं। इस गलतफहमी के कारण उन्होंने अपने कजन्स के बगल में सोने से परहेज किया और सोचा कि लड़के और लड़कियों को अलग सोना चाहिए। उर्फी ने बताया कि उस समय उनके पास सही सेक्स एजुकेशन की जानकारी नहीं थी, और इसी वजह से उन्हें ऐसे भ्रम हुए।
शिक्षा की आवश्यकता
उर्फी का यह खुलासा यह दर्शाता है कि सही जानकारी के बिना लोग कितनी गलतफहमियों का शिकार हो सकते हैं। यह मामला सेक्स एजुकेशन की महत्वता को उजागर करता है और बताता है कि सही जानकारी का होना कितना जरूरी है।