mahakumb

महामारी के दौरान घर बैठकर काम करने वालों को हमें सिखाने का अधिकार नहीं, शिंदे का उद्वव ठाकरे पर निशाना

Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Oct, 2023 06:45 PM

those working home during pandemic no right teach shinde targets uddav

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने सरकारी अस्पतालों में कई मरीजों की मौत को लेकर उनकी सरकार की आलोचना करने के लिए उद्धव ठाकरे पर को पलटवार किया। शिंदे ने कहा कि जिन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान फेसबुक लाइव करते हुए घर बैठकर काम किया, उन्हें दूसरों...

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सरकारी अस्पतालों में कई मरीजों की मौत को लेकर उनकी सरकार की आलोचना करने के लिए शिवेसना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर शुक्रवार को पलटवार किया और तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान फेसबुक लाइव करते हुए घर बैठकर काम किया, उन्हें दूसरों को सिखाने का अधिकार नहीं है।

कोविड के दौरान कुछ लोग घर बैठकर ‘‘नोट गिन रहे थे
शिंदे ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से मर रहे थे तब कुछ लोग घर बैठकर ‘‘नोट गिन रहे थे।'' इससे पहले, ठाकरे ने नांदेड और छत्रपति संभाजीनगर में सरकारी अस्पतालों में थोड़े समय में कई मरीजों की मौत को लेकर एकनाथ शिंदे नीत सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्ट शासन की वजह से लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार बिना निविदा प्रक्रिया के दवाईयां खरीद रही है और उन्होंने इसकी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की। 

पीपीई किट पहनकर मरीजों से मिलते थे
जब मुख्यमंत्री से ठाकरे की आलोचना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया ने किसी मुख्यमंत्री को घर पर बैठकर मास्क लगाकर फेसबुक पर लाइव सत्र करते नहीं देखा। स्थिति यह थी कि जो लोग उनसे (ठाकरे) मिलने गए, उन्हें एंटीजेन जांच करानी पड़ती थी और दो घंटे तक इंतजार करना पड़ता था।'' उन्होंने कहा कि उनके (ठाकरे) जैसे लोग मरीजों से मिलने के लिए अस्पतालों के दौरे पर पीपीई किट पहनते हैं। सीबीआई जांच की मांग को लेकर ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा कि ठाकरे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में हुए कोविड-19 घोटाले की भी जांच की जा रही है और लोगों ने शिवसेना (यूबीटी) नेता का असली चेहरा देखा है।

उन्हें हमें सिखाने का अधिकार नहीं
शिंदे ने कहा, ‘‘यहां तक कि एक पार्षद भी घर पर नहीं बैठ सकता। उसे लोगों से मिलने के लिए जाना पड़ता है। जिन्हें यह लगता है कि कोई मुख्यमंत्री घर से काम कर सकता है, उन्हें हमें सिखाने का अधिकार नहीं है।'' नांदेड़ स्थित डॉ.शंकर राव चह्वाण राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में 30 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच 48 घंटों में नवजातों सहित 31 मरीजों और छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में दो और तीन अक्टूबर के बीच 18 मरीजों की मौत दर्ज की गई थी। शिंदे ने कहा कि नांदेड के अस्पताल में मरीजों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग मौत पर राजनीति करते हैं।''

लोग मर रहे थे और ठाकरे ठेके देने में बिजी थे
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री ‘बॉडी बैग' की खरीद में भी अपना हिस्सा लेने से नहीं चूके थे। बावनकुले ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा कि जब मरीज महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवा रहे थे तो ठाकरे ठेके देने में व्यस्त थे। उन्होंने ठाकरे से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहने के दौरान ‘‘लूट'' को याद करने के लिए कहा। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘आप शवों के लिए बैग खरीदने में भी अपना हिस्सा लेने से नहीं चूके।''

 

Related Story

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!