Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Feb, 2025 12:37 AM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में सरस्वती पूजा समारोह को रोकने के ‘जिहादी ताकतों' के किसी भी प्रयास को राज्य सरकार द्वारा विफल किया जाना चाहिए।
नेशनल डेस्क : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में सरस्वती पूजा समारोह को रोकने के ‘जिहादी ताकतों' के किसी भी प्रयास को राज्य सरकार द्वारा विफल किया जाना चाहिए। राज्य में कुछ विद्यालयों और महाविद्यालयों में पूजा के आयोजन पर खास तत्वों द्वारा आपत्ति जताए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर आरएसएस के राज्य महासचिव जिष्णु बसु ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पड़ोसी बांग्लादेश की तरह, विशुद्ध जिहादी तत्व विद्या की देवी की पूजा को रोकने की साजिश कर रहे हैं, जिसका राज्य सरकार को उचित तरीके से प्रतिकार करना चाहिए।''
उन्होंने शुक्रवार से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘जिहादी ताकतें चिंता का कारण बन गई हैं। हम ऐसी स्थिति नहीं चाहते जहां ऐसे तत्व पैर जमा सकें।'' बसु ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि बंगाल की संस्कृति और विरासत पर कोई हमला न हो और हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा हो।'' उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस का किसी सरकार से कोई झगड़ा नहीं है, बल्कि वह केवल यह चाहता है कि बंगाल में पूजा उत्सवों को रोकने के लिए काम कर रहे तत्वों का पता लगाया जाए, उनके जुड़ाव की पहचान की जाए और राज्य इस मुद्दे को दृढ़ता से समाधान करे ताकि अन्य समुदायों की तरह, पूजा करने के हिंदुओं के अधिकार को कोई भी रोक न सके।''
बसु ने कहा, ‘‘राजनीति में हमारी किसी सरकार से लड़ाई नहीं है। केरल में हमारा मजबूत संगठन है, जहां वामपंथी शासन है। पश्चिम बंगाल में हमारी बड़ी उपस्थिति है और राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। कोई भी पार्टी हमारी दुश्मन नहीं है।'' आरएसएस पदाधिकारी ने हालांकि किसी घटना का उल्लेख नहीं किया लेकिन वह नादिया जिले के हरिनघाटा में एक प्राथमिक विद्यालय, कोलकाता में एक विधि महाविद्यालय और बीरभूम में एक प्राथमिक विद्यालय में सरस्वती पूजा आयोजित करने को लेकर उठे विवाद से जुड़ी खबरों का जिक्र कर रहे थे।