Edited By rajesh kumar,Updated: 08 Sep, 2023 04:32 PM
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छत्रपति शिवाजी महाराज का खंजर वाघ नख (Wagh Nakh) जल्द भारत आने वाला है।
नेशनल डेस्क: छत्रपति शिवाजी महाराज का खंजर वाघ नख (Wagh Nakh) जल्द भारत आने वाला है। महाराष्ट्र सरकार अक्तूबर महीने लंदन जाने वाली है, जहां तीन अक्टूबर को एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस साल नंवबर महीने तक वाघ नख की घर वापसी हो सकती है। शिवाजी ने इस खंजर से साल 1659 में बीजापुर सुल्तनत के सेनापति अफजल खान को मौत के घाट उतार दिया था।
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इस साल भारत में वापस लाया जाएगा वाघ नख
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार अक्तूबर में इसे वापस भारत लाने की आधिकारिक प्रक्रिया को पूरा करने के लिए लंदन जाने वाले हैं। विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में इस नख को रखा गया है। सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो ‘वाघ नख’ इसी साल भारत में आ जाएगा।
ब्रिटेन वाघ नख वापस देने के लिए तैयार
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि, 'हमें ब्रिटेन के अधिकारियों का एक पत्र मिला है। इसमें कहा गया है कि वे हमें छत्रपति शिवाजी महाराज का वाघ नख वापस देने के लिए तैयार हो गए हैं। हिंदू कैलेंडर के आधार पर हम इसे उस दिन वापस पा सकते हैं, जिस तिथि को शिवाजी ने अफजल खान को मार डाला था। कुछ अन्य तारीखों पर भी विचार किया जा रहा है और वाघ नख को वापस लाने के तौर-तरीकों पर भी काम किया जा रहा है।'
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मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, 'एमओयू पर हस्ताक्षर करने के अलावा हम अन्य वस्तुओं जैसे कि शिवाजी के जगदंबा तलवार को भी देखेंगे, जो फिलहाल यूके में प्रदर्शित की जा रही है और इन्हें वापस लाने के लिए हर जरूरी कमद उठाए जाएंगे। वाघ के पंजों का भारत आना महाराष्ट्र के लोगों के लिए बड़ा कदम है।' अफजल खान की हत्या की तारीख ग्रेगोरियन कैलेंडर के आधार पर 10 नवंबर है, लेकिन हम हिंदू तिथि कैलेंडर के आधार पर तारीखें तय कर रहे हैं।
वाघ नख की बनावट है बेहद खास
छत्रपति शिवाजी महाराज का वाघ नख इतिहास का अमूल्य खजाना है। इससे महाराष्ट्र के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। इस खंजर की बात करें तो इसके आगे का हिस्सा बेहद नुकीला है, जो देखने में वाघ के नाखूनों की तरह प्रतीत होता है। इस में दो रिंग भी शामिल है, जिसकी मदद से इसे शिवाजी ने पहना था और खान को मौत के घाट उतार दिया था।